डॉ. कपिल पारीक ने किया एण्डोस्कॉपिक ट्रांसफोरामिनल डिसेक्टोमी का ऑपरेशन
न चीरा लगाया, न बेहोश किया, वर्षों से पीडि़त बीमारी का हुआ इलाज
बीकानेर। पीबीएम अस्पताल के न्युरोसर्जरी विभाग के सह आचार्य डॉ. कपिल पारीक ने शनिवार को दो जटिल ऑपरेशन चिंरजीवी योजना के तहत सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में पूर्णतया नि:शुल्क किये। अम्बासर बीकानेर की 46 आयु की महिला तथा नोहर हनुमानगढ़ की 54 वर्ष की महिला लम्बे समय से कमर दर्द तथा एक पैर में दर्द व सूनेपन की शिकायत लेकर अपना उपचार करवा रही थी। डॉ. पारीक द्वारा दोनों मरीजों की संपूर्ण जांचों के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि इन महिलाओं को स्लीप डिस्क की समस्या थी जिसका उपचार ऑपरेशन द्वारा करने का निर्णय लिया गया।
इस ऑपरेशन को मिनीमल इनवेजिव तकनीक से करने का निर्णय लिया गया जिसको एण्डोस्कॉपिक ट्रांसफोरामिनल डिसेक्टोमी कहते है। प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. गुंजन ने बताया कि यह ऑपरेशन निजी क्षेत्र में करवाने पर करीब एक लाख रूपये की लागत आती जो की राजस्थान सरकार की लोकप्रिय योजना चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत दोनों मरीजों को पूर्णतया नि:शुल्क उपचार मिला। ऑपरेशन के दौरान अतिरिक्त प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष एनिस्थिसिया डॉ. अनिता पारीक, डॉ. कान्ता भाटी, सीनीयर रेजिडेंट डॉ. कोमल, डॉ. राकेश, डॉ. सुनील, नर्सिंग स्टाफ विष्णु, भगवानाराम, व नर्सिंग इंचार्ज परमजीत आदि का विशेष सहयोग रहा।
24 घंटे में मरीज दुरुस्त : डॉ. कपिल
डॉ. पारीक ने बताया कि इस ऑपरेशन में मरीज को कोई भी बड़ा चीरा नहीं लगाया जाता, मरीज को बेहोश करने की आवयश्यकता भी नहीं रहती, मरीज के सामान्य टीश्यूज को भी कोई क्षति नहीं पहुंंचती व सीधा बीमारी पर ही फोकस करके बीमारी का निदान किया जाता है। ऑपरेशन के तुरंत बाद मरीजों को सुधार महसूस हुआ और उन्हें तुरंत चलने फिरने, खाने पीने की अनुमति भी दे दी गयी। ऑपरेशन की विशेष बात यह है कि मरीज अगले दिन से ही मरीज अपने दैनिक दिनचर्या से जुड़े कार्यों को कर सकता है।