धरना समाप्त : 50 लाख मुआवजा और दोषी कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही पर बनी सहमति
बीकानेर। बिजली कंपनी बीकेईएसएल के लिए काम करने वाले एक लाइन मेन की करंट से मौत के बाद दिया जा रहा धरना आज समाप्त हो गया है। पूर्व मंत्री मेघवाल ने जिला कलेक्टर और विद्युत विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर प्रत्येक मांग का लिखित में जवाब देने की मांग की। जिस पर विद्युत विभाग ने लिखित में जवाब पत्र भी धरना स्थल पर उपलब्ध करवाया। मृतक के आश्रितों की मांगों को बिजली सप्लाई कम्पनी अधिकारियों द्वारा मानते हुए 50 लाख मुआवजा, मृतक की पत्नी को 10 हजार रुपये पेंशन, मृतक के आश्रित को एक संविदा कर्मचारी की नियुक्ति तथा मृतक के भाई द्वारा दर्ज मुकदमे की निष्पक्ष जांच कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाने पर सहमति बनी। इसके अलावा जो बीकेईएसएल के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर साथ बैठे थे उनकी मांगों पर भी पूर्व मंत्री और विभागीय अधिकारियों के बीच सहमति बनी।
उसमें संविदा कर्मियों का बीमा कंपनी नहीं करती थी, अब प्रत्येक कार्मिक का 25 लाख का बीमा किया जाएगा। उनका भुगतान निर्धारित न्यूनतम मजदूरी नियमों के अनुसार किया जाएगा तथा उनकी बाकी समस्याओं के लिए विद्युत विभाग द्वारा एक कमेटी गठित कर निस्तारण करने पर सहमति हुई।
इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के लिए 6 घण्टे तथा सिंगल फेस विद्युत सप्लाई 24 घण्टे किए जाने, कृषकों को वरीयता अनुसार डीपी जारी करने पर भी सहमति बनी। कांग्रेस जिला संगठन महासचिव मार्शल प्रहलाद सिंह ने बताया कि धरने को जिलाध्यक्ष यशपाल गहलोत, देहात कांग्रेस उपाध्यक्ष मुखराम धतरवाल, हेतराम जाखड़, पूर्व देहात जिलाध्यक्ष व प्रदेश प्रवक्ता महेन्द्र गहलोत, यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष भँवरलाल कुकणा, पांचू प्रधान प्रतिनिधि प्रेमाराम, सेवादल प्रदेश सचिव सुभाष स्वामी, पार्षद आनन्द सिह सोढा, नेता प्रतिपक्ष नगरनिगम चेतना डोटासरा, नरेंद्र सिंह राजावत, सरपंच अर्जुनराम, रामदेव, जेठाराम, काशीराम, फूसाराम, सुरेन्द्र डोटासरा, अरुण व्यास, प्रदेश सचिव रामनिवास कुकणा, हरिराम गोदारा, पार्षद मनोज जनागल, पारस मारू, आजम खान, मुरली पन्नू, पूनमचन्द, दीपक अरोड़ा, सहीराम गोदारा व लालचन्द सहित अनेक नेताओं ने धरने को सम्बोधित किया। आपको बता दें जवाहर नगर क्षेत्र में तेजकरण मेघवाल नामक बिजली कर्मचारी काम कर रहा था। इस दौरान करंट लगने से घायल हो गया। पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में इलाज के दौरान उसकी शनिवार को मौत हो गई। इसके बाद से विरोध प्रदर्शन का सिलसिला चल रहा था।