डीसी नीरज के.पवन ने देहदान का लिया संकल्प, कहा- बीकानेर से बेहद लगाव, अब मरणोपरांत भी मेरी देह बीकानेर के काम आएगी
बीकानेर। समाज को कुशल चिकित्सक देने हेतु उसको मानव शरीर रचना का पूरा ज्ञान होना आवश्यक है। जो मृत शरीर पर परीक्षण द्वारा ही संभव है। इसके लिए देहदान अर्थात मृत्यु उपरान्त संपूर्ण शरीर का दान करना अति महत्वपूर्ण है। इस गंभीर विषय को लेकर आम जन को जागरूक करने के लिए संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचकर अपनी देहदान का संकल्प पत्र भर प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी को सौंपा है।
डीसी नीरज के. पवन ने बताया कि मेरा बीकानेर जिले से अलग ही लगाव है यहां के लोगों का मुझसे विशेष स्नेह है। अब मरणोपरांत भी मेरी देह यहां मेडिकल स्टूडेंट्स के अध्ययन हेतु काम आएगी। डॉक्टर नीरज के पवन ने प्राचार्य सोनी को सुझाव दिया कि कैडेबरिक ऑर्गन डोनेशन के लिए भी एसपी मेडिकल कॉलेज में शीघ्र प्रारंभ किया जाए। उन्होने बताया कि राजस्थान का पहला कैडेबरिक ऑर्गन डोनेशन उन्हीं के प्रयासों से संभव हुआ।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉक्टर सोनी ने संभागीय आयुक्त नीरज के पवन का स्वागत किया और एनाटॉमी विभाग द्वारा जारी अग्रभाग देह दान कार्ड सौंपा। इस दौरान बीकाणा ब्लड सेवा समिति के पंकज भटनागर ने भी देहदान का संकल्प पत्र भरकर कॉलेज प्रशासन को सौंपा। बीकानेर ब्लड सेवा समिति के अध्यक्ष रवि पारीक, विफा महिला अध्यक्ष आशा पारीक, समाजसेवी जुगल राठी, एनाटोमी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मोहन सिंह, नोडल ऑफिसर डॉ. जसकरण, डॉ. आरवी बरार, डॉ. अजय श्रीवास्तव, डॉ जितेन्द्र आचार्य, निजी सचिव विनय गोस्वामी, जितेन्द्र ओझा वरिष्ठ लैब टैक्निशियन मोहन व्यास, विनय थानवी, रवि अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।