डाभी अमावस्या पर माँ सती की करें पूजा, बरसेगी कृपा
गुरुवार को भादवा माह की अमावस्या है। पंडित गिरधारी पुरोहित सूरा के अनुसार पवित्र नदी में स्नान करने, पिंडदान व तर्पण आदि से पितृदोष मुक्ति मिलती है। माँ सती का पूजन करें। दिन में पड़ रही तेज गर्मी को देखते हुए गौसेवा, पक्षीसेवा के कार्य करें। खेळियों में पानी डलवाएं। पक्षियों के लिए पानी से भरकर पालसिए अवश्य रखें।
14 सितम्बर 2023, गुरुवार का पंचांग एवं मुहुर्त
संवत् 2080, शाके 1945, माह : भाद्रपद
तिथि- अमावस्या पक्ष- कृष्ण, नक्षत्र- पूर्व फाल्गुनी योग- साध्य
करण- चतुष्पद चंद्र राशि- सिंह सूर्य राशि- सिंह
सूर्योदय 6:27, सूर्यास्त 6:41
राहुकाल : दोपहर 2:05 से दोपहर 3:37 बजे तक
अभिजीत मुहुर्त : दोपहर 12:08 से दोपहर 12:57 बजे तक
शुभ समय : दोपहर 12:32 से दोपहर 2:05 बजे तक