राठी के साथ हुआ 72 लाख रुपए का साइबर फ्रॉड, साइबर टीम ने 4 घण्टे में 53 लाख रूपये करवाए होल्ड
व्यवसायी की जागरुकता और साइबर क्राइम रेस्पॉन्स सेल के फास्ट एक्शन ने बड़ी साइबर लूट को रोका
बीकानेर। साइबर फ्रॉड अब इतने खतरनाक हो गए हैं कि बिना किसी ओटीपी बताए, बगैर किसी लिंक को क्लिक किए ही खाते से 72 लाख रुपए ट्रांसफर हो गए। यह तो बीकानेर साइबर क्राइम रेस्पान्स सेल का फास्ट एक्शन और व्यवसायी की जागरुकता रही की 72 लाख के ट्रांजेक्शन में 53 लाख रुपए तुरन्त फ्रीज करवा दिए गए। पुलिस से मिली रिपोर्ट के मुताबिक 9 अप्रेल को सुरेश राठी पुत्र मदनलाल राठी, उम्र 49 वर्ष फर्म एमएल वुलेन इंड्रस्ट्रीज करणी इंड्रस्ट्री एरिया ने सीसीआरसी को कॉल करके बताया कि किसी अज्ञात हैकर्स ने उसकी फर्म के बैंक बड़ौदा अकाउन्ट से बिना अनुमति के दो ट्रांजेक्शन 25 लाख व 22 लाख रूपये के यानि कुल 47 लाख रूपये डेबिट हो गये।
रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ समय बाद उसके भतीजे मनोज राठी पुत्र मुलचंद राठी के फर्म के बैंक बड़ौदा अकाउन्ट से 25 लाख रूपये का ट्रांजेक्शन पहले सुरेश कुमार राठी के फर्म के बैंक बड़ौदा अकाउन्ट में क्रेडिट हुआ और यहां से 25 लाख रूपये भी हैकर्स द्वारा डेबिट कर लिये गये। अत: कुल फ्रोड 72 लाख रूपये का हुआ है। सुरेश राठी ने बताया कि जैसे ही उसे अपने साथ धोखाधड़ी की आशंका हुई तो वह साईबर क्राईम रेस्पॉन्स सैल पहुंचा। उक्त सूचना पर एसपी तेजश्वनी गौतम के निर्देशन में साईबर क्राईम रेस्पॉन्स सैल के प्रभारी देवेन्द्र उनि के नेतृत्व मे रामबक्स कानि. 1725, सीताराम खैरवा कानि. 1186, प्रदीप कानि. 1132 व सत्यनारायण कानि. 2112 द्वारा तकनीकी साधनों का उपयोग कर फ्रॉड ट्रांजेक्शन्स को ट्रेस किया और उसमें से 53 लाख रूपये को होल्ड करवाये गये। शेष फ्रॉड अमाउन्ट को ट्रेस व होल्ड करने की प्रक्रिया जारी है। सुरेश राठी को अपने रूपये होल्ड होने कि सूचना मिली तो जिला पुलिस अधीक्षक बीकानेर कार्यालय आकर बीकानेर पुलिस का धन्यवाद दिया।