12 वर्षीय मानसिक अस्वस्थ बच्ची से दरिंदगी
पवित्र नगरी उज्जैन में एक 12 साल की मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्ची के साथ जो दरिंदगी सामने आई उसने मानवीयता को शर्मसार कर दिया। मदद करने के बजाए कोई बच्ची का फोटो खींच रहा था तो कोई वीडियो उतार रहा था। प्रदेश की लाड़ली बेटी को खून से लथपथ सड़क पर भटकते देख उज्जैन के किसी इंसान की रूह नहीं कांपी।
वहीं, किसी विधायक, सांसद और मंत्री के काफिले के सामने अपनी पूरी फोर्स के बिछ जाने वाली पुलिस भी इस मासूम को दरिंदे का शिकार होने से नहीं बचा सकी। दुष्कर्म की शिकार मासूम जब घटना के बाद मदद मांगने के लिए उज्जैन की सड़कों पर यहां से वहां भटक रही थी तो कुछ लोगों ने उसे देखकर घर का दरवाजा बंद कर लिया तो कुछ ने उसे देखकर हाथ के इशारे से आगे बढऩे को कहा। ऐसे में एक आश्रम के आचार्य पंडित राहुल शर्मा ने बच्ची को देखा। शर्मा ने मीडिया को बताया कि उन्होंने दो से तीन बार 100 नंबर पर कॉल किया लेकिन उज्जैन पुलिस की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। बाद में उन्होंने महाकाल थाने पर अपने कुछ पहचान वाले लोगों से संपर्क किया, जिसके करीब 25-30 मिनट बाद पुलिस वहां पहुंची और बच्ची को अस्पताल ले जाया गया। उज्जैन से रैफर किए जाने के बाद इंदौर में उसका इलाज किया जा रहा है। बुधवार को बच्ची का ऑपरेशन किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक दरिंदगी की वजह से उसे गहरा मानसिक आघात पहुंचा है। जबकि वो पहले से ही मानसिक रूप से कुछ असंतुलित है।