खेजड़ी के प्रति प्रशासन का नकारात्मक रवैया पर्यावरण प्रेमियों ने दी आंदोलन की चेतावनी
बीकानेर। खेजड़ी वृक्ष पर प्रशासन के नकारात्मक रवैये के खिलाफ रविवार को बिश्नोई धर्मशाला में एक प्रेसवार्ता आयोजित की गई। प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए भागीरथ नंदिनी संस्था के अध्यक्ष मिलन गहलोत ने बताया कि हजारों की तादाद में हर महीने खेजडिय़ां कट रही है और प्रशासन बिल्कुल मौन है। गहलोत ने खेजड़ी काटने वालों के साथ प्रशासन के मिले होने के आरोप लगाते हुए कहा कि छोटे से लेकर बड़ा अधिकारी तक खेजड़ी के प्रति नकारात्मक रवैया रख रहा है। खेजड़ी कटेगी तो आने वाली पीढिय़ों के लिए विनाश का कारण बन जाएगा।
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के प्रदेश युवा अध्यक्ष जयसुखराम सिगड़ ने बताया कि जिला कलेक्टर ने बीकानेर के तमाम पर्यावरण प्रेमियों का अपमान किया है। माता अमृता देवी का अपमान किया है और खुलेआम यह कहा है कि खेजड़ी तो कटेगी। इसलिए अब हमने यह तय किया है कि खेजड़ी नहीं जिला कलक्टर यहां से हटेगी और जब तक नहीं हटेगी आंदोलन किया जाएगा। जीव रक्षा समिति के अध्यक्ष मोखराम बिश्नोई ने कहा कि हम अपनी जान की बाजी लगा करके खेजड़ी काटने वालों के खिलाफ शिकायत करते हैं और उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज नहीं होते अगर मुकदमे दर्ज हो जाते हैं उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं होता।
मोखराम ने कहा कि यही हालात रहे तो आने वाले समय में खेजड़ी देखने को नहीं मिलेगी। एडवोकेट राम गोपाल ने कहा कि प्रशासन में कानून को मजाक बना कर रख दिया है खेजड़ी बचाने के लिए हम किसी भी स्तर तक जा सकते हैं। प्रेसवार्ता में भगवानराम प्रजापति, संतोष परिहार, नरसिंग भाटी, मुरली प्रजापत एवं बिश्नोई महासभा के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।