बाल विवाह पर टैंट कारोबारियों का शिकंजा, आयु प्रमाण पत्र देखने के बाद ले रहे बुकिंग
जयपुर। आखातीज पर प्रदेश से बाल विवाह का कलंक मिटाने के लिए टेंट कारोबारियों ने अनूठी पहल की है। जयपुर सहित प्रदेश भर में वर—वधू का आयु प्रमाण पत्र देखने के बाद ही शामियाना लगाया गया। साथ ही कैटरिंग अन्य सामान मुहैया करवाए गए। टेंट डीलर समिति से जुड़े राज्य के करीब 60 हजार से ज्यादा टेंट व्यापारियों को वाटसएप गु्रप पर सूचना भी दी गई है।
यदि कोई परिजन गलत दस्तावेज दिखाकर टेंट की बुकिंग करवाता है इसके खिलाफ समिति स्वयं पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराएगी। जानकी नवमी, पीपल पूर्णिमा, रामनवमी, देवशयन एकादशी व देवउठनी एकादशी, फुलेरा दोज जैसे बड़े सावे ऐसे होते हैं, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बाल विवाह होते हैं। पुलिस को भनक तक नहीं लगती। राजस्थान में सबसे ज्यादा बालविवाह टोंक, बूंदी, सवाईमाधोपुर, जालौर, भरतपुर, झालवाड़, कोटा में हो रहे हैं।
देशभर में आयुप्रमाण पत्र देखकर ही बुकिंग की जा रही है। व्यापारियों की सजगता से वर्ष 2020 में 65 से अधिक बालविवाह रूकवाए गए। टोंक जिले के नगरफोर्ट में धाकड़ समाज सहित अन्य समाज में कई मामले सामने आए हैं। इसकी सूचना पुलिस और जिला प्रशासन को भी सूचना दी गई। टैंट व्यवसायी किसी भी शादी में बाल मजदूर को काम पर नहीं रखेंगे, जिससे कि बच्चों का भविष्य खराब नहीं हो। यदि कोई टैंट व्यवसायी ऐसा करता है तो उसको समिति से पृथक भी किया जा सकता है।