भाजपा के 10 विधायक सस्पेंड
कर्नाटक की सत्ता गंवाने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब विपक्ष की भूमिका में है। पार्टी को चुनाव में मिली करारी हार का दुख अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि अब भगवा पार्टी एक और मुश्किल में आ गई है। कर्नाटक में भाजपा के 10 विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस फैसले से राज्य का सियासी पारा गरमा गया है। भाजपा नेताओं ने इस फैसले पर सवाल उठाते हुए सरकार की आलोचना की है। कर्नाटक के पूर्व सीएम और भाजपा नेता बासव राज बोम्मई ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है। आज कनार्टक में लोकतंत्र की हत्या हुई है। भाजपा के 10 विधायकों को एक छोटे के आरोप पर सस्पेंड कर दिया गया है। हम लोग चुप नहीं बैठेंगे। निलंबित किए गए इन विधायकों के लिए लड़ेंगे।
कर्नाटक में सस्पेंड किए गए भाजपा विधायकों में सुनील कुमार, आर अशोक, सीएन अश्वथ नारायण, यशपाल आनंद सुवर्णा, डी वेदव्यास कामथ, अरविंद बेलाड, अरागा ज्ञानेंद्र, उमानाथ कोटियन, धीरज मुनिराजू और भरत शेट्टी वाई शामिल है। इधर कर्नाटक भाजपा के एक विधायक बासनगौड़ा पाटिल यत्नाल की विधानसभा में तबियत बिगड़ गई। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
क्यों सस्पेंड किए गए भाजपा विधायक
सस्पेंड किए गए भाजपा विधायकों पर सदन में हंगामा करने और उपसभापति के आसन की ओर कागज फेंकने का आरोप है। मिली जानकारी के मुताबिक सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्षी दल भाजपा और जेडीएस के विधायक वेल में आकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और आरोप लगा रहे थे कि कांग्रेस सरकार ने अपने गठबंधन वाले नेताओं की सेवा में 30 आईएएस अधिकारियों को तैनात किया।