बिपरजॉय को लेकर बीकानेर प्रशासन अलर्ट
बीकानेर। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की चेतावनी के मद्देनजर जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बुधवार प्रात: जिला स्तरीय अधिकारियों, एसडीआरएफ, आर्मी, एयरफोर्स और बीएसएफ के अधिकारियों की वीडियो क्रांफ्रेंस के माध्यम से बैठक ली। जिला कलक्टर ने कहा कि अगले तीन दिन सभी विभाग अतिरिक्त सतर्क रखें। किसी भी स्थिति में त्वरित रिसपोंस सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी विभागों को अपने-अपने रिसोर्सेज का आकलन करते हुए इन्हें तैयार रखने के निर्देश दिए। जिला एवं ब्लॉक सहित विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों को नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ इनकी सूचना देने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि आगामी तीन-चार दिन किसी भी जिला और ब्लॉक स्तरीय अधिकारी को छुट्टी नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मानसून के मद्देनजर की जाने वाली समस्त तैयारियां सुनिश्चित की जाएं। प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी अपने मोबाइल फोन को अलर्ट मोड पर रखें। कलक्ट्रेट सभागार में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., नगर निगम आयुक्त केसर लाल मीणा, अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश, एडीएम सिटी हरि सिंह मीणा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
गुजरात के कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह के पास शक्तिशाली चक्रवात बिपरजॉय की संभावित दस्तक से पहले अधिकारियों ने राज्य के तटीय इलाकों से अब तक लगभग 50 हजार लोगों को निकालकर अस्थायी आश्रय शिविरों में स्थानांतरित किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि बिपरजॉय के गुजरात तट की ओर बढऩे के साथ सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र को तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का सामना करना पड़ा। आईएमडी के मुताबिक, बिपरजॉय के गुरुवार शाम एक बेहद शक्तिशाली चक्रवाती तूफान के रूप में 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार वाली हवाओं के साथ जखाऊ बंदरगाह के पास कच्छ के मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच टकराने की संभावना है। सुनील कांबले ने बताया कि वर्तमान समय में बिपरजॉय मुंबई से दूर है। यह मांडवी और कराची के बीच 15 जून को लैंडफॉल कर सकता है।
जोधपुर डिस्कॉम अलर्ट मोड पर
अरब सागर से उठे तूफान बिपरजॉय के प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र में प्रभाव की आशंका के चलते जोधपुर डिस्कॉम ने सभी वृत्तों में अपने अभियंताओं को अलर्ट मोड पर ले लिया है। अधीक्षण अभियंताओं को निर्देशित किया गया है कि वे अपने यहां जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित कर बिजली जनित हर समस्या का तत्परता से समाधान करने की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। प्रबंध निदेशक प्रमोद टाक ने बताया कि तूफान के दौरान बिजली से संबंधित संभावित समस्याओं के समाधान के लिए जोधपुर डिस्कॉम के प्रयास पूरे हैं। अभियंताओं के साथ तकनीकी कार्मिकों को भी 19 जून तक अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिये गये हैं। सक्षम अधिकारी की सहमत के बिना अभियंताओं के मुख्यालय छोडने पर भी रोक लगा दी गई है। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि बिजली संबंधी किसी भी शिकायत के लिए सीधे कॉल सेंटर 1800-180-6045 पर सम्पर्क करें।