बीकानेर के पर्यटन विकास में कैमल किंग योगी बन्ना के भागीरथी प्रयास रहेंगे अमर
द्वितीय पुण्यतिथि पर स्व. योगेन्द्र सिंह राठौड़ को शत्-शत् नमन
बीकानेर। ये बात अलग है कि आंधी हमारे वश में नहीं, लेकिन चिराग जलाना तो हमारा फर्ज है। ऐसे मिजाज की शख्सियत योगेन्द्र सिंह राठौड़ की बुधवार 1 जून 2021 को द्वितीय पुण्यतिथि है। स्व. राठौड़ बीकानेर की जानी-मानी शख्सियतों में शुमार थीं लेकिन दो वर्ष पूर्व कोरोनाकाल के बाद हृदयाघात से उनकी मृत्यु हो गई। ब्रिगेडियर जगमाल सिंह एवं सुप्यार कंवर के पुत्र योगेन्द्र सिंह राठौड़ बहुत जल्दी हमें छोड़ कर इस संसार से विदा हो गए, लेकिन उनकी स्मृतियां आज भी उनके चाहने वालों के दिलों में बसी हुई है। योगी बन्ना नाम से विख्यात इस शख्सियत ने अपना पूरा जीवन जिंदादिली से जीया और हमेशा उत्साहित और सकारात्मक विचारों से परिपूरित रहे। 26 मार्च 1973 में जन्मे योगेन्द्र सिंह राठौ और श्रीमती समरकंवर उनकी जीवनसंगिनी बनी।
थार के यार योगी बन्ना के साथ धोरों पर होता धमाल, विदेशी पर्यटकों को मरुभूमि की संस्कृति से करवाते रुबरु
कैमल किंग या रैगिस्तान का भागीरथ कहे जाने वाले योगी बन्ना का बीकानेर के पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने में अहम् योगदान रहा। रायसर स्थित राव बीकाजी कैमल सफारी में देशी-विदेशी पर्यटकों को कैमल सफारी करवाना तथा पर्यटकों को मरुभूमि की संस्कृति से रुबरु करवाने वाले योगेन्द्र सिंह ने जैसलमेर पर्यटन की थीम पर बीकानेर पर्यटन को आगे बढ़ाया। लगभग 20 वर्षों से पर्यटन के क्षेत्र में किए गए नवाचारों की गवाही आज भी रायसर के धोरे देते हैं। खास बात तो यह भी थी कि विदेशी पर्यटक यहां पर मेहमान तो होते ही साथ ही यहां की संस्कृति को जीने के लिए यहां पर कार्य करते और पर्यटन का लुत्फ भी उठाते। थार के यार योगी बन्ना कहते थे कि रेगिस्तान की यह माटी बीकानेर की खूबसूरती है। माटी के प्रति लगाव उनके स्वभाव में नजर आता था। पर्यटकों के ग्रुप को थार के टीलों पर राठौड़ खुद सफारी करवाते और पर्यटकों को यहां घर जैसा माहौल प्रदान करते। योगी बन्ना पर्यटकों को विश्राम नहीं बल्कि लुत्फ उठाने के लिए एनर्जेटिक माहौल प्रदान करने के साथ ही राजस्थानी नृत्य, राजस्थानी भोजन, पहनावा और संस्कृति से परिचय करवाते। साहसी एडवेंचर के रूप में पर्यटकों को धोरों पर धमाल व मनोरंजन में योगेन्द्र सिंह राठौड़ ने कभी कोई कसर नहीं रखी।
मित्रता की मिसाल थे ’24 कैरेट गोल्ड योगी बन्ना’
कैमल किंग कहे जाने वाले योगेन्द्र सिंह राठौड़ के अनन्य मित्र मानसिंह नरुका बताते हैं कि 24 कैरेट गोल्ड के अनुरूप योगी बन्ना मित्रता की मिसाल थे। खरी और सटीक बात कहते और दोस्तों के लिए हर समय तैयार रहते। वो अक्सर कहते थे एक साल में 50 मित्र बनाना आम बात है, लेकिन 50 साल तक मित्रता निभाना खास बात है। फुरसत के पलों में योगी बन्ना अक्सर अपने मित्रों का साथ पसंद करते और मित्रों को भी उनका साथ सुकून, उत्साह और ऊर्जा देता। उनका मानना था कि आपको सच्चे दोस्त आपकी किस्मत से मिलते हैं और उन्हें संभाल कर रखना आपका हुनर कहलाता है। मानसिंह नरुका ने बताया कि स्व. राठौड़ की पुण्यतिथि व जन्मदिन पर सेवा कार्य किए जाते हैं। इसी क्रम में इस बार जरुरतमंद बच्चों को भोजन, कपड़े एवं निराश्रित गौवंश को हरा चारा व गुड़ दिया जाएगा।