बीकानेर में ये पंच गौरव में हुए चिन्हित

बीकानेर। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की अभिनव पहल के तहत प्रत्येक जिले में ‘पंच गौरवÓ कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके तहत प्रत्येक जिले में उसकी विरासत एवं पारिस्थितिकी को ध्यान रखते हुए पंच गौरव के रूप में एक जिला-एक उत्पाद, एक जिला-एक उपज, एक जिला-एक वनस्पति प्रजाति, एक जिला-एक खेल और एक जिला-एक पर्यटन स्थल चिन्हित किया गया है। बीकानेर जिले में मोठ को एक उपज, रोहिड़ा को एक प्रजाति, बीकानेरी नमकीन को एक उत्पाद, करणी माता मंदिर को एक पर्यटन स्थल तथा तीरंदाजी को एक खेल के रूप में चिन्हित किया गया है। इसका उद्देश्य जिले की आर्थिक, पारिस्थितिकी एवं ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण एवं संवर्धन, स्थानीय शिल्प, उत्पाद, कला को संरक्षण प्रदान करना और उत्पादों की गुणवत्ता, विपण क्षमता में सुधार एवं निर्यात में वृद्धि, स्थानीय रोजगार बढ़ाकर जिलों से प्रवास रोकना, जिलों में स्वस्थ प्रतिस्वर्धा विकसित करना, वनस्पति प्रजातियों का संरक्षण एवं इनके वैज्ञानिक एवं व्यावसायिक प्रयोगों को बढ़ावा तथा ऐतिहासिक, धार्मिक एवं पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों का संरक्षण एवं इनमें वैश्विक स्तर की सुविधाएं विकसित करना है। कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य पर मुख्य सचिव एवं जिला स्तर पर संबंधित जिला कलक्टर की अध्यक्षता में समितियों का गठन किया गया है।

जिला स्तरीय समिति में उद्योग, कृषि एवं उद्यानिकी, खेल एवं युवा मामलात, पर्यटन, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी को सम्मिलित किया गया है। वहीं जिला कलक्टर द्वारा नामित राजस्थान लेखा सेवा का अधिकारी इसका सदस्य और उप निदेशक आर्थिकी एवं सांख्यिकी को सदस्य सचिव बनाया गया है।