शूगर मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होगा डॉ. रुबीना का शोध … देखें वीडियो
100 मरीजों पर किया रिसर्च, एजाडीरेक्टा इंडिका से शूगर के मरीजों को मिलेगा अतिशीघ्र लाभ
बीकानेर। विश्व महिला दिवस से पूर्व बीकानेर की जानी-मानी होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. रुबीना खानम मिर्जा ने शूगर बीमारी के इलाज के एक विशेष शोध कर चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। डॉ. रुबीना खानम मिर्जा का यह शोध निश्चित रूप से शूगर मरीजों के लिए बेहद कारगर साबित होगा। एमएन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में एमडी स्कॉलर डॉ. रुबीना ने बताया कि टाइप-2 मधुमेह रोग पर एक वर्ष अनुसंधान एमएन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में डॉ नीतू सिंह के सान्निध्य में किया। इस शोध में 100 मरीजों को दो ग्रुप में डिवाइड किया। पहले 50 के ग्रुप को टाइप-2 शूगर मरीजों को इंडिविजुअल होम्योपैथी मेडिसिन दी गई तथा दूसरा 50 मरीजों के ग्रुप जो कि टाइप-2 शूगर के पेशेंट थे उन्हें एजाडीरेक्टा इंडिका 3& दावा दी गई थी। डॉ. रुबीना ने बताया कि रिसर्च को सफलता मिली और एजाडीरेक्टा दवा से शूगर पेशेंट को काफी लाभ मिला। एज़ाडीरेकटा दवा नीम से बनाए जाती है, नीम के कड़वे स्वाद के गुण को ध्यान में रखते हुए इस दवा का चयन किया गया। इस रिसर्च का वर्ल्ड जर्नल ऑफ फार्मासियूटिकल रिसर्च में चयन हुआ तथा प्रकाशन भी किया गया। डॉ. रुबीना मिर्जा ने बताया कि एजाडीरेक्टा इंडिका यानि नीम शूगर के मरीजों के लिए काफी लाभदायी है। एजाडीरेक्टा इंडिका का उपयोग पहले अधिकांशत: चर्मरोगों के लिए किया जाता था अब इस पर शोध कर इसे शूगर में भी दवा के रूप में प्रयोग करने से मरीज को अतिशीघ्र लाभ मिलने की जानकारी मिली है। 2022 में डॉ. मिर्जा ने यह शोध प्रारंभ किया रजिस्ट्रेशन, मरीजों के ग्रुप्स तथा शोध प्रक्रिया तथा 15-15 दिन के फॉलोप्स के बाद पूरी रिसर्च को परखा गया और फिर इस शोध को सफलता मिली। डॉ. रुबीना ने बताया कि महंगी दवाओं के मुकाबले एजाडीरेक्टा इंडिका से मरीजों को काफी जल्दी चिकित्सा लाभ मिलेगा।
नि:संतानता, माहवारी व बाल झडऩे जैसी अनेक बीमारियों में कारगर है होम्योपैथी
डॉ. रुबीना स्त्री रोग होम्योपैथी विशेषज्ञ चिकित्सक हैं। एमएन होम्योपैथिक मेडिकल तथा होम्योपैथिक फर्टिलिटी क्लिीनिक में अपनी सेवाएं प्रदान करती हैं। विशेष रूप से नि:संतानता, बच्चेदानी की गांठ, फैलोपियन ट्यूब बंद होना, ओवरी की हेम्रेजिक, चोकोलेट सिस्क, माहवारी में ज्यादा कम खून आना, माहवारी का समय पर न आना अथवा माहवारी जल्दी आ जाना, थायराइड, पेशाब में इन्फेक्शन, सफेद पानी, चेहरे पर बाल, फुंसियां, पिम्पल्स, बाल झडऩा जैसे अनेक रोगों में होम्यापैथिक चिकित्सा पद्धति से इलाज करती हैं। विगत 14 वर्षों से होम्योपैथी चिकित्सक के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान करने वाली डॉ. रुबीना बताती है कि होम्योपैथी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जिसके कोई साइड इफैक्ट्स नहीं है तथा रोग को जड़ से हटाना हो तो होम्योपैथी ही कारगर साबित होती है। विगत 10 वर्षों में होम्योपैथी काफी एडवांस हो चुकी है, कई जटिल रोगों में होम्योपैथी ने स्वयं को सिद्ध किया है। समय पर इलाज शुरू करने से तथा समय पर दवा लेने के साथ ही यदि परामर्श में बताए गए परहेज की पूर्णत: पालना हो तो हर बीमारी को होम्योपैथी से दूर किया जा सकता है।