बेल पत्र व एक लोटा जल हर समस्या का हल
भोलेनाथ एक मात्र ऐसे देवता हैं, जो मात्र एक लोटा जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं. ऐसे में उन्हें प्रसन्न करने के लिए जल, बेल पक्ष, धतूरा, भांग, चंदन आदि भी अर्पित किया जाता है. ताकि उनकी कृपा पाई जा सके. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करने से जल्द ही उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.
शास्त्रों में सिर्फ बेलपत्र ही नहीं, बल्कि बेलपत्र की जड़ का भी विशेष महत्व बताया गया है. भगवान शिव की पूजा बिना बेलपत्र के पूरी नहीं मानी जाती. भगवान शिव को बेलपत्र की जड़ अर्पित करने से भक्तों की आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं. कहते हैं कि इसमें स्वंय माता लक्ष्मी का वास होता है।
नियमित रूप से भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित किए जाएं, तो व्यक्ति की आर्थिक स्थिति तो मजबूत होती ही हैं. साथ ही उसकी दरिद्रता का भी नाश होता है. इसे श्री वृक्ष के नाम से भी जाना जाता है. बेल वृक्ष की जड़ों में खीर, मिष्ठान आदि अर्पित करने से दरिद्रता समाप्त हो जाती है.