अतीक और अशरफ से जुड़ी दो बड़ी खबरें
तीनों शूटर्स की रिमांड मंजूर, पुलिस करेगी पूछताछ
प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के मर्डर केस में तीनों आरोपियों की 4 दिन की पुलिस रिमांड मंजूर कर ली गई है। तीनों आरोपियों को प्रयागराज के सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। कस्टडी रिमांड मिलने के बाद अब पुलिस अतीक और अशरफ मर्डर के मामले में तीनों से पूछताछ करेगी। तीनों हत्यारोपी लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरूण मौर्य को सीजेएम दिनेश कुमार गौतम की अदालत में पेश किया गया। यह पेशी अतीक हत्याकांड की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी के जांच के लिए दिए प्रार्थना पत्र देने के बाद हो रही है। पुलिस के मुताबिक अतीक और अशरफ के हत्यारों ने यह कबूल किया कि वे बड़े माफिया बनना चाहते थे। इसलिए उन्होंने इस वारदात को ऐसे अंजाम दिया। अब पुलिस इस तीनों शूटरों से हत्याकांड से जुड़े पूछताछ करेगी। रिमांड के बाद पुलिस इन्हें लेकर कोर्ट से निकल गई है।
अतीक और अशरफ को शहीद बताने वाले लगे पोस्टर, 3 गिरफ्तार
महाराष्ट्र के बीड जिले में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में हत्या की आलोचना करने वाले बैनर लगाए गए हैं। एक बैनर में दोनों माफियाओं को शहीद बताया गया है। जिससे एक नया विवाद शुरू हो गया। हालांकि पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, बीड में गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को शहीद बताने वाला बैनर लगाये जाने पर विश्व हिंदू परिषद ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 293,294 और 153 के तहत एफआई आर दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है। एक अधिकारी ने कहा कि यह घटना मंगलवार को जिले के माजलगांव में हुई, जिसके बाद कई स्थानीय लोग बैनर के पास इक_ा हो गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने तुरंत बैनर को हटावाया। पुलिस ने कहा कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को बैनर में ‘शहीदÓ के रूप में बताया गया था। इस बैनर में एक अखबार की कटिंग भी थी जिसमें पिछले हफ्ते दोनों भाइयों की हत्या के लिए एक समुदाय विशेष को अपशब्द कहने के आरोप लगाये गए थे। अधिकारी ने बताया कि उस अखबार के संपादक और रिपोर्टर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।