सेना ने इमरान समर्थकों से खाली कराया डी-चौक, हिंसा में 7 की मौत, प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने के आदेश
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के श्रीनगर हाईवे पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प हुई। इस वीडियो को इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने सोशल मीडिया पर जारी किया है। पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई को लेकर रविवार को शुरू हुआ प्रदर्शन हिंसक हो गया। हिंसा में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, इनमें 4 प्रदर्शनकारी और 3 पुलिसकर्मी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इमरान के समर्थकों ने श्रीनगर हाईवे पर सुरक्षाबलों पर गाडिय़ां चढ़ा दीं, जिसमें कुचलकर 3 सैनिक मारे गए। हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं।
ज्यादातर की हालत गंभीर है। द डॉन के मुताबिक इमरान खान के सैकड़ों समर्थक इस्लामाबाद के डी चौक पर पहुंच गए। पुलिस उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दाग रही है। इसके जवाब में प्रदर्शनकारी पुलिस और सेना पर पत्थर फेंके। घंटों के टकराव के बाद सेना ने प्रदर्शनकारियों से डी चौक खाली करवा लिया। जबकि प्रदर्शन की अगुवाई कर रही इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने कहा है कि जब तक उन्हें खान नहीं मिल जाते प्रदर्शन जारी रहेगा। डी चौक इस्लामाबाद का सबसे हाई प्रोफाइल इलाका है। राष्ट्रपति भवन, क्करू ऑफिस, संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट इसी इलाके में हैं। सेना ने शिपिंग कंटेनर रखकर राजधानी पहुंचने वाले हाईवे को ब्लॉक कर दिया था, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने लिफ्टिंग मशीन और कई भारी मशीनों की मदद से बैरिकेड्स तोड़ दिए। कुछ प्रदर्शनकारी कंटेनरों पर चढ़ गए। हिंसा से निपटने के लिए राजधानी इस्लामाबाद में धारा 245 लागू कर दी गई है। प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है। पाकिस्तानी सेना को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी इलाके में कर्फ्यू लगाने का अधिकार दिया गया है। इस बीच अमेरिका ने पाकिस्तान सरकार से मानवाधिकारों का पालन करने की अपील की है।