मानसून : हिमाचल में फटा बादल, बीकानेर में गिरी फुहारें
देश के ज्यादातर राज्यों में बारिश और बाढ़ से हालात गंभीर हैं। प्रदेश के लगभग 17 जिलों में गुरुवार को बारिश की सूचना है। गुरुवार को बीकानेर में आसमान काले बादलों से घिरा जरूर लेकिन फुहारों तक ही सीमित रहा। मौसम विभाग के अनुसार बीकानेर में केवल 0.3 मिमी ही बारिश दर्ज की गई जबकि कोटा में 60.6 मिमी, चूरू में 36.0 बारिश दर्ज की गई। बीकानेर में नोखा व आसपास के अन्य क्षेत्रों में भी बारिश की सूचना है। बड़ा असर महाराष्ट्र और गुजरात में दिखा। दोनों राज्यों में पिछले दो दिन में 12 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। हिमाचल में बादल फट गया। हालांकि, जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। महाराष्ट्र के पुणे में 24 घंटे में 453 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे शहर की मुथा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। खड़कवासला बांध के ओवरफ्लो होने के कारण कई इलाके बाढ़ की चपेट में है। यहां बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 4 लोगों को मौत हो गई। आर्मी और हृष्ठक्रस्न की तैनाती की गई है।
भारतीय मौसम विभाग ने पुणे में अगले रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, मुंबई, पालघर, ठाणे और सिंधुदुर्ग में भारी बारिश हो सकती है। राज्य सरकार ने ठाणे में 26 जुलाई को स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है। गुजरात में पिछले 3-4 दिनों से तेज बारिश का दौर जारी है। वडोदरा, सूरत, भरूच और आणंद समेत 10 से ज्यादा जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। वडोदरा में ही 24 घंटे में 13.5 इंच बारिश हो गई। राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 8 लोगों की मौत हुई है। राज्य के भी कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पुणे, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। मुंबई में लैंड और यहां से टेकऑफ करने वाली एअर इंडिया की कुछ फ्लाइ्टस भी कैंसिल हुईं। एयरलाइन ने कहा विजिबिलिटी घटने के कारण सेवाएं प्रभावित हुई हैं। मुंबई में बुधवार देर रात से गुरुवार सुबह तक 100 एमएम से ज्यादा बारिश हुई। यहां जलभराव के कारण लोकल ट्रेनें 20 से 25 मिनट की देरी से चल रही हैं।