सदन से 15 सासंद निलंबित
लोकसभा की सुरक्षा में सेंघ के मामले में विपक्षी पार्टियों ने आज लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया। विपक्षी सांसदों ने सुरक्षा चूक मामले में गृहमंत्री अमित शाह के बायन की मांग की। इस बीच 15 सांसदों को संदन से निलंबित कर दिया गया है। इनमें से 14 लोकसभा से सस्पेंड किए गए हैं, जबकि 1 सासंद को राज्यसभा से निलंबित किया गया है। सदन से सस्पेंड किए गए सासंदों में टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस,बेनी बेहनन, मोहम्मद जावेद, पी आर नटराजन, कनिमोझी, वीके श्रीकंदन, के सुब्रमण्यम, एसआर पार्थिबन, एस वेंकटेशन और मनिकम टैगोर शामिल हैं।
शीतकालीन सत्र के बचे समय के लिए लोकसभा से निलंबित डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने कहा, “एक सांसद हैं जिन्होंने वास्तव में इन (संसद सुरक्षा उल्लंघन के आरोपी) लोगों को आने के लिए पास दिए हैं। उस सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि हमने देखा कि महुआ के मामले में क्या हुआ। जांच पूरी हुए बिना ही उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया और इस सांसद को निलंबित भी नहीं किया गया। वह हमारे साथ संसद के अंदर हैं। और जब हमने विरोध किया और हम चाहते हैं कि पीएम या गृह मंत्री बयान दें, वे ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं। जब हमने विरोध किया, तो वे सभी विपक्षी सांसदों को निलंबित कर रहे हैं। पहले पांच को निलंबित कर दिया, फिर उन्होंने नौ लोगों को निलंबित कर दिया। तो यह कैसा लोकतंत्र है?