जानें विभिन्न वारों के प्रदोष व्रतों के फल
पंडित गिरधारी पुरोहित सूरा के अनुसार प्रदोष में शिव-पार्वती की पूजा की जाती है, विभिन्न वारों के प्रदोष व्रत के फलों का विवरण इस प्रकार है। रवि प्रदोष – सुख-समृद्धि, आजीवन आरोग्यता और दीर्घायु। सोम प्रदोष- सभी मनोकामनाओं की सिद्धि। मंगल प्रदोष – पाप मुक्ति, उतम स्वास्थ्य व रोग मुक्ति। बुध प्रदोष – सभी प्रकार की कामना सिद्धि और कष्ट से मुक्ति। गुरु प्रदोष – शत्रु शमन एवं कार्य सिद्धि । शुक्र प्रदोष – स्त्री को सौभाग्य, समृद्धि व कल्याण । शनि प्रदोष – समृद्धि एवं पुत्र की प्राप्ति।
10 दिसम्बर 2023 रविवार का पंचांग एवं मुहुर्त
प्रदोष व्रत रविवार को
संवत् 2080, शाके 1945, माह : मार्गशीर्ष
तिथि- त्रयोदशी, पक्ष- कृष्ण, नक्षत्र- स्वाति, योग- अतिगंड
करण- गर वणिज, चंद्र राशि- तुला वृश्चिक, सूर्य राशि- वृश्चिक
सूर्योदय 7:22 बजे, सूर्यास्त 5:38 बजे
राहुकाल : शाम 4:23 से शाम 5:40 बजे तक
अभिजीत : दोपहर 12:09 से दोपहर 12:50 बजे तक
शुभ समय : सुबह 9:54 से दोपहर 12:29 बजे तक