बैंक घोटाले में ईडी का बड़ा एक्शन
मुंबई समेत पांच शहरों में 315 करोड़ की 70 संपत्तियां जब्त
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई, ठाणे, जलगांव समेत पांच शहरों में बड़ी कार्रवाई की है। बैंक धोखाधड़ी मामले में ईडी ने 70 संपत्तियां जब्त की हैं, जिनकी कीमत लगभग 315 करोड़ है। यह जब्ती राजमल लखीचंद ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड, आरएल गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड, मनराज ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड और अन्य बैंक धोखाधड़ी मामलों में की गई है। महाराष्ट्र के जलगांव में राजमल लखीचंद ज्वैलर्स पर हाल ही में ईडी ने छापेमारी की थी। इस कार्रवाई के दौरान ईडी ने एक करोड़ रुपये की नकदी और 39 किलो सोने और हीरे के आभूषण जब्त किए थे। इन गहनों की कीमत करीब 25 करोड़ रुपये बताई जा रही है। राजमल लखीचंद ज्वैलर्स राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के 15 वर्षों तक कोषाध्यक्ष रहे ईश्वरलाल जैन की है। जैन एनसीपी के सांसद भी थे। उन्हें एनसीपी संस्थापक शरद पवार का करीबी माना जाता है। ईडी ने बताया कि मुंबई, ठाणे, जलगांव, सिल्लोड और कच्छ में 70 अचल संपत्तियों और चल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया गया है।
यह कार्रवाई 13 अक्टूबर को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई है। दिसंबर महीने में सीबीआई ने राजमल लखीचंद ज्वैलर्स, आर.एल. गोल्ड और मनराज ज्वैलर्स और उनके प्रमोटर ईश्वरलाल जैन, मनीष जैन और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप है कि गलत तरीके से स्टेट बैंक से 353 करोड़ रुपये का लोन लिया, लेकिन उसे चुकाया नहीं गया। सीबीआई द्वारा दर्ज इस अपराध के आधार पर ईडी ने ईश्वरलाल जैन के खिलाफ वित्तीय हेराफेरी का मामला दर्ज किया। जानकारी के मुताबिक, ईडी ने राजमल लखीचंद ग्रुप के जलगांव, नासिक और ठाणे में 13 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान आपराधिक दस्तावेजों के साथ सोना, चांदी और नकद रुपये जब्त किए गए। ईडी की ओर से की गई कार्रवाई में राजमल लखीचंद ग्रुप की 60 संपत्तियों का ब्योरा हाथ लगा है। छापेमारी में ईडी ने 24.7 करोड़ रुपये के 39.33 किलोग्राम सोने और हीरे के आभूषण और 1.11 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। इसके अलावा भी ईडी को कुछ अहम चीजें मिली हैं। एनसीपी में फूट के बाद भी पूर्व एनसीपी सांसद ईश्वरलाल जैन ने शरद पवार का समर्थन किया। जबकि उनके बेटे व पूर्व विधान परिषद सदस्य मनीष जैन अजित पवार के समर्थन में खड़े है। ईश्वरलाल जैन लंबे समय तक एनसीपी के पूरे प्रदेश के कोषाध्यक्ष थे। ईश्वरलाल जैन जलगांव से हैं और उत्तरी महाराष्ट्र के प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं। वह पहले कांग्रेस में थे। लेकिन 1999 में पवार द्वारा एनसीपी के गठन के बाद वह एनसीपी में शामिल हो गए। 2010 में जैन राज्यसभा के लिए चुने गए, जबकि उनके बेटे मनीष विधान परिषद के स्वतंत्र सदस्य थे।