ब्रजमंडल यात्रा पर पथराव, नूंह जिले की सीमाएं सील, इंटरनेट बंद
नूंह। हरियाणा के नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की तरफ से निकाली जा रही ब्रजमंडल यात्रा के दौरान बवाल हो गया। दो गुटों में हुए टकराव के बाद तीन दर्जन से ज्यादा गाडिय़ों को आग लगा दी गई। पुलिस पर भी पथराव किया गया। इसमें कई लोग और पुलिसवाले घायल हो गए। दो लोगों की गोली लगने से मौत की भी खबर है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई।
नूंह जिला प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए दूसरे जिलों से पुलिस फोर्स बुलाई है, साथ ही पूरे जिले में धारा 144 लगाते हुए दो अगस्त यानी 2 दिन के लिए इंटरनेट भी बंद कर दिया गया। जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं। ब्रजमंडल यात्रा नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई थी। जैसे ही यात्रा तिरंगा पार्क के पास पहुंची, वहां एक समूह के लोग पहले से जमा थे। आमने-सामने आते ही दोनों पक्षों में तकरार हो गई और देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया। दोपहर तक 40 से ज्यादा वाहनों में आगजनी और तोडफ़ोड़ हो गई।
इनमें कारों के अलावा बसें, बाइक, स्कूटी और दूसरे वाहन शामिल रहे। गाडिय़ों में लगाई गई आग की वजह से नूंह शहर के आसमान में धुआं ही धुआं नजर आने लगा। नूंह में भड़की हिंसा की चिंगारी मंदिरों तक भी पहुंच गई। उपद्रवियों ने कई जगह मंदिरों में तोडफ़ोड़ करने के अलावा आगजनी की कोशिश की। नूंह सिटी में पलड़ी रोड श्मशान घाट के पास काली माता मंदिर में उपद्रवियों ने खूब तोडफ़ोड़ की। बता दें कि एक दिन पहले ही गो रक्षक मोनू मानेसर ने इस यात्रा में अपनी टीम के साथ शामिल होने की जानकारी देते हुए वीडियो जारी किया था।
राजस्थान के भरतपुर की पुलिस टीम मोनू को पकडऩे के लिए नूंह पहुंची है। भरतपुर के एसपी मृदुल कच्छावा ने इसकी पुष्टि की। हंगामा होने तक मोनू यात्रा में नहीं पहुंचा था। हरियाणा में बजरंग दल के प्रांत गौरक्षा प्रमुख मोनू मानेसर पर राजस्थान में भरतपुर के रहने वाले दो युवकों नासिर और जुनैद की हत्या का आरोप है। इन दोनों को भिवानी में उनकी गाड़ी के अंदर जिंदा जला दिया गया था। मोनू इस केस में वांटेड है।