ये आईपीएस मृदुल कच्छावा हैं जनाब.. क्राइम कैसा भी हो कंट्रोल करना जानते हैं
साइबर ठगों पर कर रहे सर्जिकल स्ट्राइक
बुधवार को भरतपुर में हुई वारदात के बाद पुलिस की क्विक रिस्पाँस कार्यशैली की चर्चा पूरे राजस्थान में है। खास बात यह है कि एक माह पहले ही पोस्टिंग हुए एसपी मृदुल कच्छावा ने भरतपुर के अपराधियों को यह सबक सिखा दिया है कि या तो अपराध छोड़ दो या भरतपुर। तीन घंटे में गैंगवार के आरोपियों को पकडऩे की सफलता इसका बड़ा उदाहरण है। इससे पूर्व साइबर ठगी पर नकेल कसते हुए अब तक 10 साइबर ठगों को तथा 80 एटीएम कार्ड, 10 क्यूआर कोड, 26 चैकबुक, 32 मोबाइल, मिनी एटीएम स्वाइप मशीन बरामद की। आपको बता दें जांबाज मृदुल कच्छावा की एक माह पूर्व यानि 5 जून को ही पोस्टिंग हुई और बेहतर पुलिसिंग का फेस सामने आने लग गया। इससे पूर्व झुंझुनूं में 11 माह के कार्यकाल में टीम के सपोर्ट से अपराधियों पर नियंत्रण किया गया। एसपी कच्छावा की विशेषता है कि यदि कोई अपराध हो गया है तो उसकी तह तक जाना और 24 घंटे अथवा 48 घंटे में उस प्रकरण का खुलासा करना उनकी उपलब्धि होती है। भरतपुर में एसपी पद पर ज्वाइन करते ही टीम में जोश का संचार किया। साइबर ठगों पर सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाते हुए अब तक 10 साइबर ठगों को पकड़ चुके हैं। एसपी का कहना है कि भरतपुर से जामताड़ा के नाम को हर हाल में हटाना है। कच्छावा झुंझुनूं से पहले जयपुर में डीसीपी साउथ के पद पर भी रह चुके हैं। खास बात यह है कि आईपीएस मृदुल कच्छावा की जहां भी पोस्टिंग होती है अपनी कार्यशैली की छाप छोड़ते हैं। सोशल मीडिया पर लाखों विवर व सौम्य व्यवहार के रूप में जाने जाते हैं। डीजीपी डिस्क अवार्ड से सम्मानित एसपी मृदुल ने चम्बल में सरगनाओं का सफाया करने के साथ ही साइबर अपराधियों, डकैतों पर शिकंजा कसे रखा। गौरतलब है मृदुल कच्छावा बीकानेर के उपनगर गंगाशहर के मूल निवासी हैं।
प्रदेश में दो ही नाम चर्चा में भरतपुर गैंगवार और क्विक एक्शन मोड एसपी मृदुल कच्छावा, मात्र 3 घंटे में आरोपियों को दबोचा
बीकानेर। प्रदेश में 48 घंटों के दौरान केवल दो ही नाम चर्चा में बने हुए हैं। एक तो भरतपुर जहां पुलिस सुरक्षा के बीच गैंगस्टर को गोलियों से भून डाला गया और दूसरा नाम भरतपुर के ही एसपी मृदुल कच्छावा का है जिनके नेतृत्व में उसी गैंगवार के चार आरोपियों को मात्र तीन घंटे में ही दबोच लिया। भरतपुर पुलिस ने इसे चैलेंज के रूप में लेते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूरे जिले में ए श्रेणी की नाकाबंदी करवाई गई थी, फुटेज खंगाले गए। एसपी मृदुल कच्छावा के नेतृत्व ने भरतपुर पुलिस ने महज 3 घंटे में आरोपियों को बयाना के सूपा के जंगलों से दबोचा और क्विक रिस्पाँस का उदाहरण दिया। आपको बता दें बुधवार को गैंगस्टर कुलदीप जघीना को पुलिस सुरक्षा के बीच गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया था। भरतपुर के आमोली टोल प्लाजा पर हुए इस खूनखराबे ने एकबारगी पुलिस की छवि को धूमिल कर दिया था लेकिन भरतपुर पुलिस ने फिर से बहादुरी के साथ आरोपियों को दबोच सफलता हासिल की। कुलदीप जघीना और विजयपाल को पुलिस जयपुर से रोडवेज बस से भरतपुर लेकर गई थी। कोर्ट में पेशी के लिए दोनों हार्डकोर बदमाशों के साथ 7 पुलिसकर्मी भी थे। बस जैसे ही भरतपुर महवा बोर्डर के आमोली टोल पर पहुंची, बस में बैठे कुलदीप और विजयपाल पर फायरिंग शुरू हो गई। स्कॉर्पियों में सवार होकर लगभग सात-आठ बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए कुलदीप को गोलियों से भून डाला। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि बदमाशों ने कुलदीप के शरीर में 6 गोलियां उतार दी थीं। इनमें चेहरे पर 4 और सीने में 2 गोलियां मारी। एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि चार आरोपी बबलू मालीपुरा, सौरभ लुलहरा, विष्णु जाट और धर्मराज पकड़े गए हैं। इनमें से बबलू मालीपुरा व विष्णु जाट पुलिस कार्यवाही में चोटिल हो गए हैं। हमलावरों ने जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया था उसे भी बरामद कर लिया है तथा टोल प्लाजा पर लगे सीसी टीवी कैमरा से घटना के सभी फुटेज प्राप्त कर लिए गए हैं तथा शेष आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दो गैंग के बीच अदावत थी, टारगेट हमला हुआ : डीजीपी उमेश मिश्रा
डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि गैंगस्टर कुलदीप जघीना की हत्या के पीछे आपसी अदावत बताई जा रही है। पिछले साल बीजेपी नेता कृपाल सिंह की हत्या की गई थी। इसका आरोप कुलदीप पर लगा था। 4 सितंबर की रात कृपाल सिंह को गोली मारी गई थी। पुलिस ने 11 सितंबर को आरोपी कुलदीप जघीना और विजयपाल को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया था। इस हत्याकांड में कुलदीप जघीना सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सभी मुल्जिमों का थाने से कोर्ट तक जुलूस निकाला गया था। कुलदीप जघीन को पेशी के लिए ले जाया जा रहा था। इस दौरान टारगेट करते हुए हमला हुआ। डीजीपी मिश्रा व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) दिनेश एमएन ने इस घटना में पुलिस की त्वरित कार्रवाई पर मृद्ल कच्छावा और उनकी टीम को बधाई भी दी।