बिपरजॉय के बाद सांपों के दंश झेल रहे बाड़मेरवासी
बिपरजॉय तूफान ने राजस्थान के बाड़मेर जिले के हाल खराब कर दिए हैं। बारिश के बाद अब बाड़मेर जिले के ग्रामीण इलाकों में स्नेक बाइट के केस बढ़ गए हैं। बाड़मेर जिले के चौहट्टन अस्पताल में एक ही रात में करीब बीस लोग स्नेक बाइट का शिकार होकर पहुंचे हैं। गनीमत ये रही कि सभी समय पर अस्पताल आ पहुंचे और इसी कारण उनका इजाल कर लिया गया। फिलहाल अधिकतर चिकित्सकों के संपर्क में हैं और इलाज ले रहे हैं।
चौहट्टन इलाके और आसपास स्थित नवातला, चाडार, खारिया राठौडान, गंगाला समेत अन्य गावों में अचानक सांपों के हमले बढ़ गए हैं और लगभग सभी मामलों में सांप के काटने के मामले रात के समय आए हैं। अब इन गावों में सापों का इतना डर हो गया है कि लोग अपने अपने घरों के बाहर टॉच और डंडे लेकर शिफ्टों में पहरा दे रहे हैं ताकि परिवार के लोगों को परेशानी से बचाया जा सके।
डॉक्टर्स का कहना है कि सांप के काटने के बाद झाड़ फूंक कराने से अच्छा है कि सीधे मरीज को अस्पताल ले आएं। अस्पताल में एंटी वेनम डोज देकर मरीजों को आसानी से बचाया जा सकता है। किसी भी सांप के काटने पर अचानक मौत नहीं होती है, तीन घंटे से लेकर तीन दिन शरीर में जहर फैलने में लगते हैं। इसलिए जितनी जल्दी इलाज मिल जाए उतनी जल्दी जान बचाई जा सकती है