फिर से परेशानी में डाल सकता है चाइनीज कोरोना
बीजिंग। चीन में कोरोना की नई लहर आ गई है। कोरोना के ङ्गक्चक्च वैरिएंट से बचने के लिए चीन तेजी से वैक्सीन बनाने में जुट गया है। नई लहर के चलते जून के अंत तक चीन में हर हफ्ते कोरोना के साढ़े 6 करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ सकते हैं। ग्वांगडोंग प्रांत के ग्वांगझू में चल रही 2023 ग्रेटर बे एरिया साइंस फोरम में चीन के टॉप रेस्पिरेटरी एक्?सपर्ट झोंग नानशान ने ये दावा किया है। उन्होंने बताया कि चीन इस वैरिएंट से निपटने के लिए 2 नई वैक्सीन पर काम कर रहा है। नानशान ने बताया कि ङ्गक्चक्च ओमिक्रॉन का ही एक वैरिएंट है। एक्सपर्ट्स को पहले ही अप्रैल के अंत और मई की शुरुआत में कोरोना की एक छोटी लहर आने की आशंका थी।
अनुमान के मुताबिक, मई के अंत तक चीन में इस वैरिएंट की वजह से हर हफ्ते करीब 4 करोड़ केस आएंगे। इसके बाद जून में केस पीक पर होंगे। चीन ने करीब 6 महीने पहले जीरो कोविड पॉलिसी हटा दी थी। चाइना सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, ङ्गक्चक्च म्यूटेंट की संक्रमण दर फरवरी में 0.2त्न से बढ़कर अप्रैल के अंत में 74.4त्न और फिर मई की शुरुआत में 83.6त्न हो गई है। नानशान ने कहा- कोरोना की ये नई लहर पिछले साल के अंत में आई लहर से ज्यादा खतरनाक और तेजी से संक्रमण फैलाने वाली होगी। इसे देखते हुए ही सरकार ने 2 नई वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। ये जल्द ही बाजार में उपलब्ध होंगी। इसके अलावा 3-4 और वैक्सीन की टेस्टिंग जारी है। एक्सपर्ट के मुताबिक, चीन ज्यादा असरदार टीके बनाने में दूसरे देशों से आगे चल रहा है। वहीं डब्ल्यूएचओ के एक एडवाइजरी ग्रुप ने सभी देशों को कोरोना की बूस्टर वैक्सीन ङ्गक्चक्च वैरिएंट के हिसाब से तैयार करने की सलाह दी है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा- नई वैक्सीन को इस हिसाब से बनाया जाना चाहिए कि वो ङ्गक्चक्च 1.5 और ङ्गक्चक्च 1.16 वैरिएंट के मुकाबले के लिए एंटीबॉडीज बना सके। दूसरी तरफ, पेकिंग यूनिवर्सिटी फर्स्ट हॉस्पिटल के एक्सपर्ट वांग गुआंगफा ने बताया कि इस लहर को लेकर ज्यादा चिंता नहीं है। इसके लक्षण मामूली ही होंगे और अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भी ज्यादा इजाफा नहीं होगा। हालांकि, जिनकी इम्यूनिटी वीक है या जो पहले से ही किसी बीमारी का सामना कर रहे हैं, उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा- कोरोना का खतरा टला नहीं
हाल ही में डब्ल्यूएचओ के गवर्नर जनरल टेड्रोस एडनम घेब्रेयसस ने अगली महामारी को लेकर चेतावनी जारी की थी। उन्होंने कहा था कि कोरोना भले ही अब ग्लोबल इमरजेंसी नहीं है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि इससे अब कोई खतरा नहीं है। दुनिया में अगली महामारी जरूर आएगी और ये कोविड़-19 से भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है। ऐसे में हमें अभी से तैयारी करनी होगी।