खाटू धाम में बंद हुए बाजार, व्यापारियों ने जताया आक्रोश

सीकर। सीकर में बाबा खाटू श्याम का वार्षिक फाल्गुन मेला चल रहा है। बाबा के दर्शन के लिए राजस्थान समेत कई राज्यों से भक्त निशान लेकर पहुंच रहे हैं। 11 मार्च तक चलने वाले मेले का सोमवार को चौथा दिन रहा। इस बीच मेले में अव्यवस्थाओं को लेकर खाटू के व्यापारियों में नाराजगी देखने को मिली। व्यापारियों ने प्रशासन पर खाटू धाम में तिहाड़ जेल जैसा माहौल करने का आरोप लगाया और विरोध में अनिश्चितकाल के लिए दुकानें बंद करने का फैसला किया है। इससे पहले सुबह सफाईकर्मियों ने भी प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताते हुए मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना दिया था। खाटू धाम व्यापार मंडल के अध्यक्ष सोनू जोशी ने बताया- मेले को देखते हुए प्रशासन ने खाटू में जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी है। इसके कारण स्थानीय लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। व्यापारियों को भी दुकान का सामान लाने और ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में खाटू धाम व्यापार मंडल ने अनिश्चितकाल के लिए दुकानों को बंद करने की घोषणा की है।
जोशी ने कहा- प्रशासन ने खाटू धाम को तिहाड़ जेल बनाकर रख दिया है। सभी व्यापारी प्रशासन के खिलाफ उतरेंगे तो सारे आम रास्ते भी खोले जाएंगे और प्रशासन घुटनों के बल भी आएगा। यह बाबा श्याम की पावन धरा है। यहां पर जो अव्यवस्था हो रही है उसे किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कुलदीप सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल लामियां के स्टाफ बोदू सिंह शेखावत ने बताया- स्कूल के लिए खाटू से होकर जाना पड़ता है। अब बोर्ड परीक्षा शुरू होने जा रही है। इसलिए पेपर पुलिस थाने पर रखवाए जा रहे हैं। उन पेपर को लेने के लिए भी यहां पर आना पड़ता है। आज जब यहां पेपर लेने के लिए आए तो पुलिसकर्मियों ने रोक लिया।
उन्होंने कहा- हमने आईडी कार्ड भी दिखाया, फिर भी नहीं जाने दिया। ड्यूटी कर रहे सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि हमें प्रशासन से जो आदेश मिला है, उसी के हिसाब से हम चलेंगे। बड़ी मुश्किल से मुझे और स्कूल प्रिंसिपल को जाने दिया।
खाटू धाम में सुबह सफाईकर्मियों ने धरना दिया था। सफाई कर्मचारी एकत्रित होकर मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और यहां अपने ऑटो टीपर को खड़ा कर दिया। इसके बाद करीब आधे घंटे तक धरने पर बैठे। नगर पालिका ईओ देवेंद्र जिंदल के समझाने के बाद धरना खत्म किया। खाटू में प्रशासन के बैरिकेडिंग करने के विरोध में मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान ने डिप्टी सीएम दीया कुमारी को ज्ञापन दिया था। उन्होंने बताया कि पिछले दो सालों से प्रशासन उनकी होटल के पहले लोहे का बड़ा गेट लगाकर पुलिस नाका बना देता है। इसके कारण उनकी होटल पर कोई आ नहीं सकता और बिजनेस शून्य रहता है।
