ठगो की कारस्तानी, दुकानों पर लगाए क्यूआर कोड
जालसाज ठगी करने के लिए नए-नए तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के खजुराहो में सामने आया है। यहां पर जालसाजों ने 12 दुकानों पर नकली क्यूआर कोड लगाकर पेमेंट सीधा अपने खातों में ले लिया। दरअसल, नकली क्यूआर कोड को देखकर पहचाना नहीं जा सकता है, क्योंकि हर क्यूआर कोड एक जैसा ही दिखता है। लेकिन कुछ बातों को लेकर सावधानी बरती जाए तो फ्रॉड से बचा जा सकता है। कुछ अज्ञात लोगों ने रात के समय खजुराहो में कई व्यापारियों की दुकानों के बाहर लगे पेमेंट स्कैनर पर अपने फर्जी क्यूआर कोड चिपका दिए थे। मामले का खुलासा तब हुआ, जब एक मेडिकल स्टोर संचालक ने फर्जी भुगतान की शिकायत पुलिस से की। आरोपी से क्यूआर कोड स्कैनर के कई स्टीकर बरामद किए गए हैं।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इस धोखाधड़ी में और भी लोग शामिल हैं। पुलिस आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है। नकली क्यूआर कोड से बचने में पेमेंट रिसीवर और पेमेंट करने वाले दोनों को सावधानी बरतनी होती है। पेमेंट रिसीवर को क्यूआर कोड से पेमेंट रिसीव करने के लिए साउंड बॉक्स का इस्तेमाल करें जिससे अगर कोई नकली क्यूआर कोड पर पेमेंट करें तो उसे समय रहते पहचाना जा सके।