छोटे से छोटे पाप का भुगतान ब्याज सहित करना पड़ता है : श्रीसुखदेवजी महाराज
बीकानेर। गडिय़ाला स्थित नन्दनवन गौशाला में आयोजित श्रीमद्भागवत् कथा के तीसरे दिवस संत श्रीसुखदेवजी महाराज ने व्यक्त किए। भीष्मपितामह और भगवान कृष्ण के मिलन की चर्चा करते हुए बताया कि जीव को अपने छोटे-से-छोटे पाप का मोल ब्याज सहित चुकाना पड़ता है। श्रीसुखदेवजी महाराज ने कहा कि प्रभु से प्रेम करें तभी मन में दया आएगी और दया आएगी तभी धर्म होगा। दृढ़ संकल्प हो तो सभी काम संभव हो सकता है, लेकिन ध्यान रखो सुकर्म करने का संकल्प लोगे तभी जीवन में सफलता मिलेगी। मन में यह धारणा भी बना लो कि जो कुछ भी हम करें जीवन में सब कुछ परमात्मा को समर्पित कर देंगे तो दुख कभी नहीं आएगा और यदि आएगा तो वह महसूस नहीं होगा।
आयोजन से जुड़े घनश्याम रामावत ने बताया कि कथा यजमान मदनदान कीनिया ने व्यास पूजन किया तथा कथा में रतनदास, मोतीदास, पप्पुदास, सोहनदास, प्रहलाददास, काशीदास, मोड़दास, श्रवणदास नाल बड़ी, मदन सिंह हाडला ने आरती की। गुरुवार को बीकानेर, नाल, गजनेर, कोलायत, झझू, बाप, गडिय़ाला, गिराजसर व अन्य स्थान से बस सुविधा से अनेक श्रद्धालु पहुँचे व कथा श्रवण की। यज्ञाचार्य पं. बृजलाल शर्मा के सान्निध्य हवन एवं पं. राधेश्याम उपाध्याय द्वारा पूजन कार्य सम्पादित किया गया। अक्षय रामावत ने बताया कि शुक्रवार को पशुपालन विभाग की महत्वपूर्ण योजना मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना के तहत पंजीकरण करवाने के लिए गौशाला प्रांगण में शिविर लगाया जाएगा।