491वें राती घाटी युद्ध विजय दिवस समारोह आयोजित, विधायक व्यास ने कहा- रातीघाटी युद्ध ने झूठ को बेनकाब किया, गौरवशाली इतिहास पढ़ाना जरूरी
बीकानेर। वेटरनरी ऑडिटोरियम में स्व. डॉ. आनंद सिंह बीठू की स्मृति में आयोजित 491वें राती घाटी युद्ध विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए विधायक जेठानंद व्यास ने कहा कि इतिहास समिति जैसी प्रमाणिक संस्थाए शोध के आधार पर सत्य को उजागर किया है। सत्य इतिहास से जन-जन में राष्ट्रीय गौरव का भाव जागृत हुआ है। मरुधरा के राती घाटी युद्ध ने मुगलों की अपराजेयता के झूठ को बेनकाब कर दिया है। 30 वर्ष की इस शोध यात्रा के लिए इतिहास समिति और राती घाटी समिति अभिनंदनीय हैं। व्यास ने कहा स्व. डॉ. आनंद सिंह बीठू राष्ट्रीय स्तर के कर्मठ कार्यकर्ता थे। प्रमुख वक्ता राती घाटी समिति के जानकीनारायण श्रीमाली ने कहा कि राजस्थान के लोक जीवन की रग-रग में राती घाटी युद्ध विजय को प्रवाहित किया गया है। समारोह संयोजक डॉ.अशोक शर्मा ने अभा इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली का विस्तृत परिचय दिया। डॉ राजेंद्र जोशी ने कहा कि वर्तमान समाज में निराशा व भ्रम भूतकाल के झूठे इतिहास का परिणाम है। सच्चा गौरवशाली इतिहास पढ़ाया जाना जरूरी है।
समारोह में इसके बाद मंचस्थ जेठानंद व्यास, जानकीनारायण श्रीमाली, डॉ. अशोक शर्मा, प्रदीपसिंह चौहान, गोपालसिंह शेखावत, सवाईसिंह बीठू तथा भंवरसिंह भेलू ने सुभाष मित्तल, डॉ. किशोरसिंह शेखावत, बाबूलाल मोहता सीथल एवं डॉ. देवेंद्र अग्रवाल को रातीघाटी राष्ट्रीय बीकाणा गौरव अलंकरण भेंट किए। हीर सिंह सहलोत किलचूं को योद्धा वंशज सम्मान से नवाजा गया। इसी प्रकार बीकानेर जिला नागरिक परिषद भुवनेश्वर, ओडिशा को समाज सेवा, डॉ. हरमीत सिंह को नशामुक्ति, पहलवान रमण उपाध्याय (तैराक) कोलायत को जीवन रक्षा, डॉ. साकार पालेचा को पशु चिकित्सा और गौ सेवा हेतु राष्ट्रीय रातीघाटी अलंकरण भेंट किए गए।
इन चारों को क्रमश: स्व. गोपालचंद डूढाणी की स्मृति में 21000 का, स्व. प्रभु नारायण शर्मा की स्मृति में 5100, स्व. जुगल किशोर श्रीमाली, जोधपुर की स्मृति में 5100 एवं स्व. डॉ. गुमान सिंह बीठू सीथल की स्मृति में भी 5100 की पुरस्कार राशि भेंट की गई। राती घाटी समिति उपाध्यक्ष भंवरसिंह भेलू ने आभार प्रकट किया। चेताली पुरोहित ने वंदेमातरम् गीत तथा वैभव पारीक ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। प्रदीप सिंह चौहान ने स्वागत भाषण दिया। रवि गहलोत द्वारा निर्मित राती घाटी युद्ध की डॉक्यूमेंट्री तथा ऋषि नारायण श्रीमाली द्वारा निर्मित राती घाटी युद्ध गौरव चित्रमाला पर्दे पर प्रदर्शित की गई। संचालन मदनमोहन मोदी और डॉ. राजशेखर ने किया।