अब चुनावी मैदान में नेहरू-गांधी परिवार की चौथी पीढ़ी
देश की सियासत में नेहरू-गांधी परिवार का दबदबा रहा है। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से लेकर चौथी पीढ़ी के राहुल गांधी ने संसद का सफर तय किया है। अब इसी पीढ़ी की प्रियंका गांधी भी संसद की चौखट पार करने के लिए केरल की वायनाड से लोकसभा का उपचुनाव लड़ रही है। वैसे तो प्रियंका गांधी पिछले कई साल से सक्रिय राजनीति का हिस्सा रही हैं। पार्टी ने उन्हें कई तरह की जिम्मेदारियां दे रखी हैं।
अगर प्रियंका गांधी चुनाव जीत जाती हैं तो वह नेहरू-गांधी परिवार की तीसरी महिला सांसद होंगी। नेहरू के समय ही उनके दामाद फिरोज गांधी सांसद बन गए। उनकी बेटी इंदिरा गांधी पहली बार संसद की सीढ़ी 1964 में चढ़ी। इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री रहते उनके छोटे बेटे संजय गांधी अमेठी से सांसद बने। संजय की दुर्घटना में मौत के बाद इसी सीट से राजीव गांधी सांसद निर्वाचित हुए। इंदिरा की हत्या के बाद राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बने। राजीव की भी 1991 में हत्या हो गई। इसके बाद करीब छह साल तक गांधी परिवार ने सियासत से दूरी बनाए रखी।