भाजपा बोली-कंगना को किसान आंदोलन पर बोलने की इजाजत नहीं, आगे बयान देने पर भी रोक
भाजपा ने एक्ट्रेस-सांसद कंगना रनोट के उस बयान से खुद को अलग कर लिया है, जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान रेप-मर्डर होने की बात कही थी। सोमवार को भाजपा की प्रेस रिलीज जारी की है इसमें लिखा है- पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। उन्हें पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है। वे पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत भी नहीं हैं। भाजपा ने कंगना को हिदायत दी है कि वे इस मुद्दे पर आगे कोई बयान न दें। पार्टी स्टेटमेंट में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलने की बात कही गई है।
भाजपा की प्रेस रिलीज पर शिवसेना (उद्धव गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि न तो यह भाजपा के लेटरहेड पर है, न इस पर किसी के दस्तखत है। यह भाजपा के सोशल मीडिया हैंडल्स पर भी नहीं है। उन्होंने भाजपा को टैग करके लिखा कि इसके पीछे कोई वजह है या यह भी एक जुमला है। एक इंटरव्यू में कंगना ने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे।