अब वेटिंग टिकट वाले नहीं कर पाएंगे रेल यात्रा
ट्रेन के रिजर्वेशन बोगी में यात्रियों के सुहाने सफर में बाधा बनना अब भारी पड़ सकता है। वेटिंग टिकट के यात्रियों की स्लीपर और एसी कोच में नो एंट्री होगी। यात्री अगर वेटिंग टिकट पर रिजर्वेशन बोगी में यात्रा करते हैं तो चेकिंग के दौरान उन्हें अगले स्टेशन पर ही उतार दिया जाएगा। ऐसा होने से उन यात्रियों को राहत मिलेगी जो कन्फर्म टिकट पर यात्रा कर रहे हैं। यानी अब ट्रेनों में वेटिंग टिकट लेकर चढऩा मुश्किल में डाल सकता है। बता दें कि यात्रा की टिकट वेटिंग होने के बावजूद भी यात्री रिजर्वेशन बोगी में यात्रा करते हैं। ऐसे में रिजर्वेशन बोगी में काफी भीड़ हो जाती है जिससे कन्फर्म टिकट लेकर यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ती है। बीते कुछ महीनों से रेलवे को शिकायतें मिल रही थी। जिसमें कन्फर्म टिकट होने के बावजूद बोगी में भीड़ होने से यात्री अपनी सीट तक यात्री नहीं पहुंच पाते और उनकी ट्रेन छूट जाती है। आरक्षित बोगी में यात्रियों को होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को रिजर्वेशन बोगी में यात्रा न करने का निर्णय लिया है।
कुछ महीनों से यात्रियों को असुविधाओं को लेकर 45 फीसदी शिकायतें रेलवे को मिली थी। जिसमें टिकट कन्फर्म होने के बाद बोगी में भीड़ होने के चलते वह अपनी सीट तक नहीं पहुंच सके थे। रिजर्वेशन बोगी में बिना कन्फर्म रिजर्वेशन की भीड़ ज्यादा हो जाती थी। इस कारण स्लीपर और एसी बोगी में तय सीट के मुकाबले अधिक यात्री हो जाते थे। जिसके चलते रेलवे ने 1 जुलाई से बदलाव कर दिया है। अब कन्फर्म टिकट वाले ही यात्री कर सकेंगे।
ट्रेनों में वेटिंग और जनरल की टिकट लेकर स्लीपर और एसी कोच में सफर करने पर अब पेनल्टी भरनी होगी। एसी कोच में वेटिंग टिकट पर सफर करने पर 440 रुपए की पेनल्टी और अगले स्टेशन का किराया भी देना होगा। स्लीपर कोच में वेटिंग टिकट पर सफर करने पर 250 रुपए की पेनल्टी के साथ आगामी स्टेशन तक का किराया देना होगा जनरल का टिकट लेकर एसी कोच में सफर करने पर हायर ट्रेवल्स टिकट की रसीद बनती थी। जिसे अब बंद किया गया।