18 वर्षीय युवक ने लूट के बाद करदी हत्या, गंगाशहर पुलिस ने सात दिन में किया ब्लाइंड मर्डर का खुलासा
बीकानेर। उदयरामसर गणेश धोरे के पास हुए ब्लाइंड मर्डर का लगभग 7 दिन में गंगाशहर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। उक्त मामले में आईजी ओमप्रकाश व एसपी तेजस्वनी गौतम ने अज्ञात मुल्जिम की गिरफ्तारी व ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करने के लिए टीम का गठन किया गया। इस टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दीपक शर्मा एवं गंगाशहर सीओ शालिनी बजाज के निर्देशन में थानाधिकारी समरवीरसिंह व टीम ने कार्यवाही करते हुये ब्लाइंड मर्डर का खुलासा किया। इस कार्यवाही में मुख्य मुल्जिम प्रभूसिंह पुत्र इन्द्रसिंह जाति राजपूत उम्र 18 वर्ष 4 माह निवासी गीगासर पुलिस थाना देशनोक बीकानेर को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। गंगाशहर थानाधिकारी समरवीरसिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रभूसिंह को बापर्दा गिरफ्तार किया गया। समरवीर सिंह ने बताया कि परिवादी बंशीलाल पुत्र लक्ष्मणसिंह जाति राजपुरोहित उम्र 32 वर्ष निवासी खेतेश्वर बस्ती ने 5 जून को उपस्थित थाना होकर रिपोर्ट दी 4 जून को उसके ससुर भोजराज पुत्र कानसिंह जाति राजपुरोहित उम्र 65 साल निवासी खेतेश्वर बस्ती अपने घर से रात्रि करीब 10.30-11.00 बजे के आस-पास अपनी स्कूटी लेकर निकले थे, लेकिन रातभर वापस नहीं आए। दूसरे दिन सुबह गणेश धोरा के पास उनकी लाश मिली। परिवादी की रिपोर्ट पर मुकदमा नंबर 198/2024 धारा 302,201,120 बी भादस पुलिस थाना गंगाशहर में दर्ज किया गया।
200 कैमरों की फुटेज खंगाली, देशनोक-नोखा में पुलिस ने रखी निगरानी
सीओ गंगाशहर शालिनी बजाज ने बताया कि एसपी के निर्देशानुसार अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। जिसमें एसआईटी, पुलिस थाना गंगाशहर डीएसटी व साइबर सैल की टीमों को अलग-अलग कार्य सौंपा गया। मुखबीर तंत्र को सक्रिय किया गया तथा उक्त टीमों ने बीकानेर देशनोक, नोखा के लगभग 200 कैमरों को सीसीटीवी फुटजे खंगाले तथा मुख्य मुल्जिम प्रभूसिंह संदिग्ध स्थानों पर लगातार तकनीकी निगरानी रखी गयी। उक्त मुल्जिम प्रभूसिंह द्वारा घटना करने के बाद मृतक की लाश छुपाने के लिए गणेश धोरा गंगाशहर के पास फेंक कर मृतक की स्कूटी लेकर स्कूटी से रात्रि के समय नोखा रोड होते हुए पलाना व देशनोक गया। देशनोक में इधर-उधर ढाटा बांध कर घूमता रहा फिर नोखा चला गया। नोखा में घुमता हुआ वापस देश्नोक आया। यहां देशनोक में भी इधर-उधर छुपता रहा व ट्रक गाडिय़ों पर खलासी के रूप में योजना बना रहा था।
कांस्टेबल रघुवीरदान का रहा विशेष योगदान
समरवीरसिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना गंगाशहर, हेतराम एचसी 153, रघुवीर दान कानि 934, महेन्द्र कानि 2002, गौरव कानि 1933, सीताराम कानि 1292, मुखराम कानि 1149 कार्यवाही में शामिल रहे।
लिफ्ट की मदद बनी मौत का कारण
बताया जा रहा है मृतक भोजराज सिंह राजपुरोहित ने गोगागेट पर उक्त आरोपी प्रभुसिंह द्वारा लिफ्ट मांगी गई थी। राह में दोनों में अच्छी बातचीत हुई और प्रभुसिंह ने अपना एड्रेस बताया तथा वहां ड्रॉप करने का आग्रह किया। इस पर मृतक भोजराजसिंह ने कहा कि वह हार्ट का पेशेंट है इसलिए पहले घर से दवाई लेगा और फिर उसे उदयरामसर मार्ग जहां एड्रेस बताया है वहां छोड़ देगा। जब दवा लेकर वापस उसे उदयरामसर छोड़ा तो प्रभुसिंह ने मौका देखकर भोजराजसिंह का गमछे से गला दबा दिया और अंगूठी, गले की चैन व जेब से नगदी निकाल लिए तथा उन्हीं की स्कूटी लेकर फरार हो गया था। हालांकि पूछताछ जारी है अभी और खुलासा होना बाकी है।