दो दिन बाद बीकानेर पधार रहे जगद्गुरु शंकराचार्य, लाखों श्रद्धालुओं को मिलेगा धर्म व संस्कृति की रक्षा का संदेश
मीडिया प्रवक्ता साहू ने तैयारियों का लिया जायजा, शोभायात्रा व धर्मसभा स्थल का किया अवलोकन
बीकानेर। दो दिन बाद बीकानेर की धरा और भी पावन होने जा रही है। जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज का 11 जून मंगलवार को बीकानेर आगमन होगा। आयोजन से जुड़े सुरेन्द्रसिंह राजपुरोहित ने बताया कि शनिवार को शंकराचार्य जी के मीडिया प्रवक्ता अशोक साहु ने आयोजन की तैयारियों का अवलोकन किया। साहू ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर धर्मसभा स्थल, शोभायात्रा रूट मार्ग की जानकारी ली। कम्यूनिटी वेलफेयर सोसायटी के कन्हैयालाल भाटी ने बताया कि बीकानेर में पहली बार पधार रहे जगद्गुरु शंकराचार्यजी का भव्य स्वागत किया जाएगा तथा उनके आशीर्वचन का लाभ लाखों श्रद्धालुओं को मिलेगा। भाटी ने बताया कि शिवशिवा सदन में मीटिंग के दौरान राजकुमार किराड़ू ने सभी कार्यकर्ताओं को सौंपी गई जिम्मेदारियों से फीडबैक लिया तथा आगामी गतिविधियों के बारे में निर्देश दिए। इस दौरान कमल भांभू, युद्धवीर सिंह, सुधा आचार्य, बाला स्वामी, शिवलाल तेजी, मुकेश ओझा आदि उपस्थित रहे।
गंगा व गाय के लिए जगद्गुरु का समर्पण प्रेरणादायी : संतोषानंद सरस्वतीजी महाराज
संतोषानंद सरस्वतीजी महाराज ने बताया कि गंगा बचाओ आंदोलन में तथा गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने एवं गौरक्षा के लिए जगद्गुरु का समर्पण प्रेरणादायी है। संतोषानंदजी महाराज ने बताया कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का कहना है कि गाय को ‘रामाÓ कहा जाए, रा का अर्थ राष्ट्र और मा का अर्थ माता (मां) हो। इन्हीं प्रेरणादायी और धर्म व संस्कृति की रक्षा का संदेश देने बीकानेर पधार रहे जगद्गुरु का आशीर्वाद 11 जून को मिलने जा रहा है।