रुपयों का लालच ऐसा की छोटे भाई की हत्या करदी, अंतिम संस्कार से पहले पुलिस ने दबोचा
बीकानेर। रुपयों का लालच इतना बढ़ गया की छोटे भाई की हत्या कर दी। मामला खाजूवाला का है और मौके पर एसपी तेजस्वनी गौतम भी तफ्तीश के लिए पहुंच गई थी। बताया जा रहा है कि 17 लाख के लिए युवक ने अपने छोटे भाई के सिर पर लोहे की पाइप से वार किया। इसके बाद खून से सने उसके कपड़े उतारे और दूसरे कपड़े पहनाए, ताकि किसी को शक न हो। भाई की बॉडी को घर के आंगन में रख दिया। सुबह घरवाले जागे तो कहने लगा कि नशे के कारण मौत हुई है। इतना ही नहीं, उसके अंतिम संस्कार की भी तैयारी थी। इतने में पड़ोसी ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस ने आरोपी बड़े भाई को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी तेजस्विनी गौतम के अनुसार हरविन्द्र सिंह की हत्या के आरोप में उसके भाई नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया है। हरविन्द्र खाजूवाला के 3 केजेडी का रहने वाला था।
हरविन्द्र की पत्नी कर्मजीत कौर अपने पीहर रह रही है। उसने जेठ नरेंद्र सिंह, जेठानी वीरपाल कौर और जेठूते (जेठ का बेटा) अंगद पर पति की हत्या का आरोप लगाया है। कर्मजीत ने पुलिस को बताया कि पति तीन केजेडी में टेलरिंग का काम करता था। ढाई साल पहले अनूपगढ़ में जेठ ने 17 लाख रुपए में प्लॉट बेचा था। यह प्लॉट हरविन्द्र और नरेंद्र दोनों के नाम पर था। नरेंद्र ने प्लॉट की रकम अपने पास रख ली। हरविन्द्र ने अपना हिस्सा मांगा। नरेंद्र ने फूटी कौड़ी देने से इनकार कर दिया। इसको लेकर लड़ाई भी होती थी। इसी बीच, जेठ-जेठानी ने मिलकर कर्मजीत को घर से निकलवा दिया। मजबूरी में कर्मजीत अपने पीहर चली गई। एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया- गुरुवार रात करीब 2 बजे की घटना है। शुक्रवार दोपहर पुलिस को सूचना मिली। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्यारे लाल शिवरान टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। नरेंद्र सिंह ने बताया कि नशे की ओवरडोज के कारण मौत हुई है। पुलिस ने हरविन्द्र की मां से भी पूछताछ की। उन्होंने बताया कि बेटा रात दस बजे घर आ गया था। अपने कमरे में सो गया था।
रात को उसने कोई नशा नहीं किया था। शक होने पर कॉन्स्टेबल जोधाराम व चालक रेशम सिंह ने घर की तलाशी ली। प्लास्टिक की थैली में खून से सने कपड़े मिल गए। पुलिस ने नरेंद्र सिंह से सख्ती से पूछताछ की। इसके बाद पुलिस ने घर की तलाशी ली और जले ही कपड़े और चादर बरामद कर लिए। पुलिस ने नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया तो वो गिड़गिड़ाने लगा और बोला माफ कर दो। गलती हो गई है। उसने कबूल किया कि उसका अपने भाई हरविन्द्र से झगड़ा हो गया था। हरविन्द्र प्रॉपर्टी के रुपए मांग रहा था। इसलिए पाइप से भाई के सिर पर मारा था। चोट गहरी लगी और उसकी मौत हो गई। रात को ही उसके कपड़े बदल दिए और जमीन पर लगे खून को कपड़े से साफ कर दिया। कपड़े को बाद में जला दिया। कमरे की दीवारों और संदूक से भी खून के धब्बे साफ कर दिए थे।