कहां हैं 12,000 करोड़ की ठगी करने वाला मास्टरमाइंड नेक्सा
12,000 करोड़ की ठगी करने वाले मास्टरमाइंड नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के डायरेक्टर कहां हैं, ये किसी को नहीं पता। लेकिन महाठगों सुभाष बिजारणियां और रणवीर बिजारणियां ने एक महीने पहले ही फरार होने की पूरी स्क्रिप्ट लिख ली थी।दोनों ने अपने एजेंटों का कलेक्शन कई गुना बढ़ा दिया था। टारगेट था महज 30 दिन में 700 करोड़ रुपए कमाकर कनाडा में सेटल हो जाएं। इसके लिए ठगों ने अपने फैमिली के सभी डॉक्यूमेंट में नाम-पते बदलवा लिए थे।ठगी के मामलों में रणवीर और सुभाष पहले भी जेल काट चुके थे। क्रिमिनल रिकॉर्ड से बचने के लिए दोनों ने अपने डॉक्यूमेंट में एड्रेस चेंज करवाने के लिए कई ई-मित्रों के चक्कर काटे। लेकिन काम नहीं बना।
डॉक्यूमेंट्स में पत्नी व बच्चों के एड्रेस चेंज कराए
रणवीर बिजारणियां और सुभाष बिजारणियां पूरे खेल के मास्टरमाइंड हैं। रणवीर फरार होने से पहले सीकर के एक ई-मित्र पर पहुंचा था। वहां पर उसने अपने दस्तावेज बदलवाने के लिए बोला। उसने पत्नी व बच्चों के आधार कार्ड में भी एड्रेस चेंज कराने के लिए बोला था। ई-मित्र संचालक ने रणवीर की पत्नी कॉन्स्टेबल लक्ष्मी और उसके दो बच्चों के आधार कार्ड में एड्रेस चेंज कर दिया था।सीकर से उनका नया पता गुजरात के एड्रेस पर किया था। क्रिमिनल रिकॉर्ड होने के कारण रणवीर के आधार कार्ड में एड्रेस चेंज नहीं हो सका था। रणवीर ने रुपयों का लालच देकर काफी दबाव भी बनाया, लेकिन ई-मित्र संचालक के मना करने पर उसका रिकॉर्ड चेंज नहीं हो सका था।
दोनों के हैं क्रिमिनल रिकॉर्ड
रणवीर बिजारणियां शुरुआत से ही बड़ा ठग रहा है। पहले स्टूडेंट्स के लिए फर्जी डिग्री बनवाता था। इस मामले में रणवीर जेल भी काट चुका है। जेल से बाहर आने के बाद रणवीर ने सुभाष बिजारणियां के साथ मिलकर सूअर फॉर्म लगाने के नाम पर राजस्थान और हरियाणा के किसानों से करोड़ों रुपए ठगे थे। इसमें भी मुकदमे दर्ज हुए तो दोनों को जेल जाना पड़ा था।सीकर एसपी ऑफिस में कॉन्स्टेबल लक्ष्मी ने पुलिस विभाग से डेढ़ महीने पहले ही वीआरएस लेने के लिए आवेदन कर दिया था। सूत्रों की मानें तो इसके बाद लक्ष्मी ने अपने पासपोर्ट से भारत छोड़ कर कनाडा के वीजा के लिए भी अप्लाई किया था। हालांकि, अभी तक पुलिस विभाग में उसके ङ्कक्रस् का फाइनल सेटलमेंट नहीं हुआ है।
22 लाख रुपए का वीआरएस में भुगतान होना था
करीब 8 सालों से लक्ष्मी सीकर एसपी ऑफिस में पोस्टेड थी। उसका पुराना सर्विस रिकॉर्ड पूरी तरह साफ है, लेकिन अपने पति रणवीर के साथ फर्जीवाड़े में शामिल होने के बाद उसने नौकरी पर रिस्क लिया। लक्ष्मी को करीब 45 हजार रुपए सैलेरी मिलती थी। वीआरएस लेने पर करीब 22 लाख रुपए डिपार्टमेंट की तरफ से एक साथ मिलने थे। अब फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज होने पर उसका पैसा रुक भी सकता है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि लक्ष्मी देवी पत्नी रणवीर बिजारणियां 2003 में भर्ती हुई थी।
होटल और माइंस में भी कर रखा है इन्वेस्ट
कंपनी के नाम पर मिलने वाले पैसों को रणवीर और सुभाष ने मिलकर होटल और ग्रेनाइट की माइंस में भी इन्वेस्ट कर दिया था। इनकी जयपुर में एक होटल बताई जा रही है।नागौर में दो ग्रेनाइट की माइंस लीज पर ली गई। इसके अलावा गुजरात में 1700 बीघा जमीन भी खरीदी गई। जिसके नाम पर लोगों को ठगा गया।