81 जनों ने खून से लिख सरकार को पत्र
ईसीबी कार्मिकों को ज्वाइनिंग दिलाने की मांग
अनशन का 16वां दिन
बीकानेर। जब तक ईसीबी कार्मिकों को ज्वाइनिंग नहीं दी जाती तब तक संघर्ष जारी रहेगा, मुख्यमंत्री व मंत्री भले ही इस ओर ध्यान न दें लेकिन बीकानेर की जनता इस बेपरवाही को नजरअंदाज नहीं करेगी। यह उद्गार मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट के समक्ष चल रहे आमरण अनशन के 16वें दिन भाजपा नेता महावीर रांका ने व्यक्त किए। भाजपा के ओम राजपुरोहित ने बताया कि अनशन के 16वें दिन रक्त से पत्र लिखकर मुख्यमंत्री को भेजे गए।
पत्र में लिखा गया कि माननीय न्यायालय के आदेशों की पालना करवाते हुए ईसीबी के 18 कार्मिकों को पुन:नियुक्ति प्रदान की जाए ताकि उनके परिवारों के साथ न्याय हो सके। श्रवण नैण व कैलाश पारीक ने बताया कि पहले ब्लड सैम्पल वॉयल में लिया गया और तूलिका को रक्त में भिगो कर करीब 81 जनों ने पत्र लिखे और सरकार से गुहार लगाई। पूर्व पार्षद राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि आमरण अनशन पर लक्ष्मणराम जैपाल, ओमप्रकाश कड़वासरा, रमेश भाटी, सीताराम सुथार, बाबूलाल सुथार डटे हुए हैं।
इन्होंने लिखे पत्र प्रेम गहलोत, एडवोकेट सुरेश शर्मा, नरपतसिंह भाटी, राकेश भाटी, हंसराज गुरिया, नेमीचंद गहलोत, प्रणव भोजक, मधुसूदन शर्मा, उम्मेद भाटी, अजय बाफना, विमला गहलोत, श्रवण नैण, ओम राजपुरोहित, मनोज गहलोत, दिनेश चौधरी, राजा शर्मा, शिव पारीक, आनन्द सोनी, अजीतसिंह चारण, लेखराम जाट, ऋषभ पारख, आनन्द शर्मा, रामकुमार व्यास, रतनलाल जैपाल, गौतम सुथार, सौरभ मालू, लक्की पंवार, संजय पंवार, पंकज तंवर, निर्मल गहलोत, नरपत सिंह, शंभू गहलोत, बिल्किस बानो, दुर्गाशंकर व्यास, रमेश पारीक, प्रेम गहलोत, मालचंद सुथार, अरविन्द सोनी, राजेन्द्र शर्मा, जसराज सींवर, तेजाराम राव, शंभु गहलोत, गणेश व्यास, विकास तंवर, नवल पारीक, विक्रम शेखावत, ओम कुमावत एवं रवि ओझा ने रक्त से पत्र लिखकर भेजे।