घर में घुस कर 80 लाख की फिरौती मांगने वाले सलाखों के पीछे, एसपी तेजस्विनी ने कहा- अपराध से पहले अपराधियों पर कसा शिकंजा

बीकानेर पुलिस की बड़ी सफलता, रोहित गोदारा गैंग के तीन गुर्गे गिरफ्तार, रिश्ते में चाचा मनोज सारस्वत ने की थी रैकी
बीकानेर। घर में घुस कर महिला से फोन पर बात करवा कर रोहित गोदारा के गुर्गों द्वारा 80 लाख की फिरौती मांगने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। उक्त मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है तथा अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस द्वारा जेठूसिंह पुत्र भोजुसिंह, जाति राजपूत, उम्र 22 वर्ष निवासी गांव रायसर पुलिस थाना नापासर दूसरा आरोपी किशोर पुत्र लालसिंह निवासी आबु रोड जिला सिरोही तथा तीसरा मनोज सारस्वत पुत्र भूराराम निवासी गांव खारड़ा लूणकरणसर, हाल करणी नगर बीकानेर को गिरफ्तार किया गया।
बीकानेर पुलिस द्वारा जारी प्रेसनोट में बताया गया कि गत 17 जुलाई को जेएनवी थाने में झमकू देवी पत्नी लक्ष्मीनारायण जाति ब्राह्मण उम्र 29 वर्ष निवासी खारड़ा पीएस लूणकरणसर बीकानेर हाल किरायेदार म न 5-सी-139 जेएनवीसी ने उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट में झमकू देवी ने बताया कि 17 जुलाई करीब 6.00 बजे तीन लोग जबरदस्ती मेरे घर में घुस गये व मुझे डरा धमका कर बदमाश रोहित गोदारा से फोन पर बात करवाई व 80 लाख रूपये की फिरोती की मांग की और कहा कि दो दिन में 80 लाख रूपये की व्यवस्था कर लेना नहीं तो तुम्हें व तुम्हारे परिवार को जान से मार देंगे। मामले की जांच सुषमा उनि आईसी थानाधिकारी थाना जेएनवीसी के जिम्मी दी गई थी। घटना की गम्भीरता को देखते हुए एसपी तेजस्वनी गौतम, व अति. पुलिस अधीक्षक शहर दीपक शर्मा के निर्देशन व सीओ सदर शालिनी बजाज के निकट सुपरविजन में डीएसटी साईबर सैल व पुलिस थाना जेएनवी की 5 टीमों का गठन किया गया। पुलिस की टीमों ने पूर्व में चालानशुदा अपराधियों से पूछताछ की व संदिग्ध व्यक्तियों पर तकनिकी रूप से कार्य किया व मुखबिरों से प्राप्त सूचना पर पुलिस द्वारा लगातार संदिग्ध स्थानों पर रेड की गई।
कार्यवाहक थानाधिकारी सुषमा व मुकेश कुमार उनि के नेतृत्व में डीएसटी बीकानेर, साईबर सैल कार्यालय हाजा की टीमों को नागौर, नोखा, जोधपुर, जालोर, सिरोही को मुल्जिमान की धरपकड़ हेतु रवाना किया गया। उक्त पुलिस टीमों द्वारा कठोर मेहनत कड़ी लगन से कार्य करते हुए प्रकरण हाजा के 25000/- के ईनामी जेठूसिंह को डीएसटी द्वारा दस्तयाब किया गया व पुलिस थाना जय नारायण व्यास कालोनी के हैड कानि विजय सिंह, साईबर सैल के हैड कानि दीपक यादव मय टीम ने सिरोही से मुल्जिमान को शरण देने व तकनिकी उपकरण मोबाईल व अन्य आईटम उपलब्ध करवाने व शरण देने के आरोप में किशोर सिंह को दस्तयाब किया। घटनाक्रम के दौरान मुस्तगीस के घर की रैकी करने वाले मुस्तगीस के चाचा मनोज सारस्वत को दस्तयाब किया गया। उक्त मुल्जिमों द्वारा मनोवैज्ञानिक रूप से की गई पूछताछ के आधार पर महत्वपूर्ण तथ्य सामने आये कि रोहित गोदारा काफी समय से परिवादी से डरा धमका कर रूपये हड़पना चाहता था इसके लिए कई बार उक्त मुल्जिमों को रोहित गोदारा द्वारा परिवादी को डराने धमकाने का टारगेट दिया।

परन्तु उक्त मुल्जिमान को बीकानेर पुलिस की तत्परता एवं निगरानी के चलते घटना को अंजाम देने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। रोहित गोदारा के द्वारा अपने गुर्गों को बड़ा लालच दिया और घटना को अन्जाम दिया गया। उक्त मुल्जिमान ने पूछताछ के दौरान बताया कि घटना को अन्जाम देने के बाद स्विफ्ट कार से गांवों के रास्ते से होते हुए घटना में प्रयुक्त वाहन पर फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर साईसर पुलिस थाना पांचू निवासी झब्बरसिंह / ईश्वरसिंह के घर पहुंचे जहो पर दो दिन रूककर वहां से गांव बूगड़ी के अशोक सिंह से रूपये लेकर ओसियां पहुंच गये वहां पर दुबारा कार की फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर जोधपुर-पाली-सिरोही होते आबू रोड पहुंच गये। आबु रोड कैलाश गेस्ट हाउस में रूककर आबू रोड निवासी किशोर सिंह उर्फ मामू के सहयोग से रूक गये व आगे की वारदात करने की प्लानिंग बना रहे थे।