48 दिन से थे फरार, 30 मिनट में 49 राउंड फायरिंग में दोनों ढेर
प्रयागराज। गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद को यूपी पुलिस ने गुरुवार को मार गिराया। दोनों उमेश पाल मर्डर केस में वांटेड थे। दोनों पर पांच-पांच लाख रुपए का इनाम था। पुलिस के मुताबिक, इनके पास विदेशी हथियार भी मिले हैं। एनकाउंटर झांसी में पारीछा डैम के पास एसटीएफ ने किया। प्रशांत कुमार एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया- उनके पास इनपुट आए थे कि रास्ते में काफिले पर हमला करके अतीक को छुड़ाने की प्लानिंग की जा रही है। इसे देखते हुए स्पेशल फोर्सेस लगाई गई थीं। एसटीएफ की कार्रवाई के दौरान अतीक की प्रयागराज कोर्ट में पेशी चल रही थी। बेटे के एनकाउंटर की खबर सुनकर वो रोने लगा। गला सूखा तो पानी मांगा और सिर पकड़कर बैठ गया। 24 फरवरी को उमेश पाल के मर्डर के बाद से ही असद और गुलाम मोहम्मद फरार थे। एसटीएफ 48 दिन से लगातार इन्हें ट्रेस कर रही थी और झांसी में इनकी लोकेशन मिलने पर मार गिराया।
एनकाउंटर को डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल ने लीड किया। एसटीएफ के डीआईजी अनंत देव तिवारी ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य शूटर असद और गुलाम ने पुलिस टीम को देखते ही बाइक से भागने की कोशिश की। पीछा करने पर विदेशी अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में उनकी बाइक गिर गई। जिस पर दोनों ने भागते हुए पुलिस को निशाना बनाया। पुलिस ने भी जवाबी फायर किया। करीब 30 मिनट चली इस मुठभेड़ में 49 राउंड फायरिंग हुई। आपको बता दें नवेंदु सिंह को स्पेशल टास्क फ़ोर्स में साल 2018 में शामिल किया गया था और इस समय वे एसटीएफ में डीएसपी के पद पर तैनात हैं।
नवेंदु सिंह को कुछ साल पहले एक डकैत से मुठभेड़ में उनके हाथ और गर्दन में गोली लग गई थी। पिछले साल ही दो ईनामी बदमाशों को नवेंदु सिंह ने मार गिराया था। दूसरी तरफ अतीक अहमद को उनके भाई के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रयागराज की एक अदालत में पेश किया गया। अतीक अहमद को जहां पेशी के लिए गुजरात की साबरमती जेल से सड़क मार्ग से प्रयागराज लाया गया, वहीं उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को बरेली जेल से लाया गया। अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज लाने के लिए पुलिस अपने साथ उन्हीं गाडिय़ों को लेकर पहुंची थी, जो पिछली बार लेकर आई थी। कागजी कार्रवाई के बाद अतीक को साबरमती जेल से बाहर निकाला गया है। उमेश पाल हत्याकांड के मामले में अतीक की आज पेशी थी, कोर्ट के अंदर डेढ़ घंटे तक बहस चली है।
एनकाउंटर में इस टीम को मिली सफलता
1- नवेन्दु सिंह- पुलिस उपाधीक्षक (डिप्टी सुपरिंटेंडेंट)
2- विमल कुमार- पुलिस उपाधीक्षक (डिप्टी सुपरिंटेंडेंट)
3- अनिल सिंह- निरीक्षक (इंस्पेक्टर)
4- ज्ञानेंद्र राय- निरीक्षक (इंस्पेक्टर)
5- विनय तिवारी- उप निरीक्षक (सब इंस्पेक्टर)
6- पंकज तिवारी- मुख्य आरक्षी (हेड कॉन्स्टेबल)
7- सोनू यादव- मुख्य आरक्षी (हेड कॉन्स्टेबल)
8- सुशील कुमार- मुख्य आरक्षी (हेड कॉन्स्टेबल)
9- सुनील कुमार- मुख्य आरक्षी (हेड कॉन्स्टेबल)
10- भूपेंद्र सिंह- मुख्य आरक्षी (हेड कॉन्स्टेबल)
11- अरविंद कुमार – कमांडो
12 – दिलीप यादव – कमांडो