साधक संजीवनी की रचना के 39वें वर्ष पर महिलाओं ने निकाली रैली, आमजन को बताई महत्ता
बीकानेर। स्वामी श्रीरामसुखदासजी महाराज द्वारा रचित श्रीमद्भागवत गीता टीका साधक संजीवनी की रचना के 39वें वर्ष पर गुरुवार को महिलाओं के सत्संग कीर्तन के हरिशरणम ग्रुप द्वारा रैली निकाली गई। लक्ष्मीनाथ मंदिर से रवाना होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए पिंजरापोल गौशाला पहुंची। इस रैली में हरिशरणम ग्रुप की पचास से अधिक महिलाओं ने सिर पर साधक संजीवनी ग्रंथ को रखकर संकीर्तन के साथ आमजन को साधक संजीवनी की महत्ता बताई। ग्रुप की सदस्य ने बताया कि इस एक ग्रंथ में मनुष्य जीवन को सार्थक करने, संसार को श्रेष्ठतम स्वरूप देने, अपने आपको मनुष्यता के सद्गुणों से भरकर जीव मात्र के कल्याण के लिए समर्पित होने और परमात्मा की भक्ति करते हुए लोक परलोक को समृद्ध करने के ऐसे सहज सरल उपाय बताए गए हैं जिनको अपनाकर हम अपने होने को सार्थक कर सकते हैं। इस मौके पर ग्रुप की सदस्याओं ने गौसेवा भी की।