21 फुट लंबा ज्ञापन… देखें वीडियो
बीकानेर। अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर पूरे विश्व मे मातृभाषा के महत्व को अपने-अपने स्तर पर रेखाकिंत किया जा रहा है। वही पूरे भारतवर्ष में इस दिवस को विशेष रूप से मनाया गया।
इस कड़ी में राजस्थानी मोट्यार परिषद के नेतृत्व में राजस्थान के विभिन्न जिलों, तहसीलो, कस्बो में भी मातृभाषा के महत्व को दर्शाते हुए भाषा हेतालुओ ने राजस्थानी भाषा की मान्यता ओर राजस्थान की राजभाषा बनाने हेतु राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री महोदय के नाम ज्ञापन सौंपे। राजस्थानी मोट्यार परिषद के नेतृत्व में विश्व का सबसे अनूठा ज्ञापन (21फुट) कलेक्टर को दिया गया।
ज्ञापन देने वालों में डॉ गौरीशंकर प्रजापत, डॉ हरिराम बिश्नोई, राजेश चौधरी, सुदेश राजस्थानी, राजू नाथ, रामावतार शर्मा, डा नमामि शंकर आचार्य, हिमांशु टाक, प्रशांत जैन, सरजीत सिंह, करण चौधरी, राजेंद्र जोशी, कमल रंगा, राजाराम स्वर्णकार, गिरिराज पारीक, मोइनुदीन कोहारी, जुगल किशोर पुरोहित, पृथ्वी राज रतनू , गोविंद जोशी, विप्लव व्यास, योगेश राजस्थानी, अजय कंवर, अनु राजपुरोहित, मुकेश रामावत, भरत चारण, आकाश चौधरी, लोकेश सोनी, योगेश तंवर, पुनीत चौधरी, प्रेम सैन, देव सारस्वत, सोलेज खान, अजय जाखड़, अमन चौधरी, शुभकरण उपाध्याय, सुरेश जोशी, अशोक प्रजापत , बाबूलाल परिहार, वीरेंद्र, विक्रम सिंह, घनश्याम, कैलाश जनागल, जगदीश नारायण, अभिरूप चौधरी, जय दयाल जोशी आदि शामिल थे।