एक साथ 190 स्कूलें हुई बन्द
प्रदेश की भजनलाल सरकार ने 190 स्कूलों को बंद कर दिया है। इनमें अधिकांश स्कूल में स्टूडेंट्स की संख्या जीरो थी, वहीं कुछ स्कूल ही परिसर में सुबह-शाम चल रहे थे। ऐसे स्कूलों को मर्ज करते हुए एक ही कर दिया गया है। 169 स्कूलों में स्टूडेंट ही नहीं थे, वहीं 21 स्कूलों को मर्ज किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर से बीस स्कूलों को बंद कर दिया गया है। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने इन स्कूलों को बंद करने के आदेश किए हैं। इन स्कूलों में पहले से कार्यरत टीचर्स को अब अन्य स्कूलों में लगाया जाएगा। वहीं जिन स्कूलों को मर्ज किया है, वहां पढऩे वाले स्टूडेंट्स को उस स्कूल में एडमिशन दिया जाएगा, जिसमें वो मर्ज हुई है।
निदेशालय से जारी आदेश में अलवर के पांच, बालोतरा के नौ, बांसवाड़ा के तीन, बारां के एक, बाडमेर के पांच, ब्यावर के दो, भरतपुर के दो, बीकानेर के चार, बूंदी के तीन, चित्तौडग़ढ़ के दो, चूरू के चार, दौसा के छह, डीडवाना-कुचामन के ग्यारह, डूंगरपुर के तीन, श्रीगंगानगर के चार, हनुमानगढ़ के दो, जयपुर के 18, जैसलमेर के तीन, जालौर के पांच, झालावाड़ के पांच, झुंझुनूं के एक, जोधपुर के सत्रह, करौली के दस, कोटा के तीन, कोटपुतली-बहरोड़ के सात, नागौर के सात, पाली के पांच, फलौदी के तीन, प्रतापगढ़ के दो, राजसमंद के दो, सवाई माधोपुर के चार, सीकर के पांच, सिरोही के दो, टोंक के दो और उदयपुर के पांच स्कूलों को बंद किया गया है।