12 दिनों से अनशन जारी, मानवाधिकार आयोग की महिला सदस्यों ने दिया समर्थन
बीकानेर स्थित राजस्थान के एकमात्र आवासीय खेल विद्यालय, सादुल स्पोर्ट्स स्कूल, में लंबे समय से चल रही अनियमितताओं और दुव्र्यवस्थाओं के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए क्रीड़ा भारती और पूर्व खिलाडिय़ों द्वारा शुरू की गई भूख हड़ताल जारी है। शुक्रवार को इस आंदोलन को और अधिक ताकत मिली, जब मानवाधिकार आयोग की महिला सदस्यों ने भी प्रदर्शनकारियों के साथ खड़े होकर अपनी एकजुटता दिखाई।
आयोग ने कहा कि यह केवल खिलाडिय़ों का नहीं, बल्कि मानवाधिकारों का मुद्दा है, क्योंकि खेलों में लापरवाही बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। क्रीड़ा भारती के उपाध्यक्ष दानवीर सिंह भाटी ने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ सादुल स्पोर्ट्स स्कूल तक सीमित नहीं है। यह राजस्थान की खेल प्रतिभाओं और उनके अधिकारों के लिए लड़ी जा रही लड़ाई है। जब तक सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, यह भूख हड़ताल जारी रहेगी। भैरुरतन ओझा ने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए, तो यह आंदोलन राज्य स्तर पर फैल जाएगा।